भोपाल। एमपी में मंगलवार का दिन शायद अमंगल लेकर आया. एक दिन में कुछ ही घटों के भीतर दो बस दुर्घटनाएं हो गईं. पहला हादसा खरगोन में हुआ, जहां बस 50 फीट की ऊंचाई से पुल से रेलिंग तोड़ते हुए बोराड़ नदी में गिरी. इस हादसे में अब तक 22 यात्रियों की मौत बताई जा रही है. वहीं, दूसरी ओर कुछ ही घंटे के अंतराल में दतिया जिले में बस का टायर फट जाने से एक और बस हादसा हो गया . इस घटना में भी करीब 12 लोगों के घायल होने की खबर है.
दो मासूम बच्चों की जीवन यात्रा शुरु होने से पहले खत्मः खरगोन में जो बस पुल तोड़कर नीचे जा गिरी. इस हादसे में मरने वालों की सूची में कुछ नाम और आयु पढ़कर तो आपका कलेजा भी मुंह को आ जाएगा. इस बस के यात्रियों में 11 महीने का बच्चा सोम भी सवार था. अभी जो ठीक से बोलना भी नहीं सीखा. जिसकी जीवन यात्रा तो ठीक से शुरु होने के पहले ही खत्म हो गई. इसी बस के यात्रियों में शामिल एक और छोटा बच्चा का प्रियांशु भी सवार था, जो महज 1 साल का था. उसका भी इस बस हादसे में आखिरी सफर हो गया.
मंत्री का दावा बस थी नियंत्रितः हादसा बस की तेज रफ्तार की वजह से हुआ. रफ्तार को संभाला नहीं जा सका और अनियंत्रित हुई बस रेलिंग तोड़ते हुए पुल के नीचे गिरी. बस में यात्री क्षमता से ज्यादा सवारियां थीं. 50 से ज्यादा यात्री मौजूद थे. हालांकि, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि शुरुआती जांच में ये सामने आया कि बस नियंत्रित थी. क्योंकि पुल संकरा था इसलिए बस की स्पीड तेज नहीं हो सकती थी. उन्होंने कहा कि फिटनेस जांच में भी बस सही थी और बस में क्षमता से ज्यादा यात्री भी सवार नहीं थे.
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दतिया में चलती बस का टायर फटाः वहीं, मंगलवार के दिन एमपी में खरगोन के बाद दतिया से बस हादसे की खबर आई, यहां दतिया के कालीपुरा में टायर फटने से बस पलट गई. इस हादसे में एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए. दतिया में एक साल के भीतर ये दूसरा बस हादसा है. बीते साल नवम्बर में हुए बस हादसे में चलती बस में स्टेयरिंग फेल होने की वजह से भी बस हादसा हुआ था. हादसे में बस में सवार हुई दो दर्जन से ज्यादा सवारियां घायल हुई थीं.