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हे भगवान! एमपी के 100 से अधिक टॉप अधिकारी भ्रष्ट, EOW-लोकायुक्त कर रही जांच

मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की सख्ती किस काम की है, जब भ्रष्टाचार पर नकेल कसने वाले (More than 100 top officials corrupt in MP) ही भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हैं. प्रदेश के 100 से अधिक आईएएस-आईपीएस-आईएफएस अधिकारियों के खिलाफ जांच चल रही है.

More than 100 top officials corrupt in MP
एमपी के 100 से अधिक टॉप अधिकारी भ्रष्ट
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Published : Dec 24, 2021, 8:08 AM IST

Updated : Dec 24, 2021, 9:20 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में आईएएस-आईपीएस और आईएफएस के 100 से ज्यादा अफसर (More than 100 top officials corrupt in MP) भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के मामले में ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त के घेरे में हैं, ये जानकारी कांग्रेस विधायक व पूर्व संसदीय मंत्री रहे डॉ. गोविंद सिंह के पूछे गए सवाल पर विधानसभा ने दी है. मध्यप्रदेश विधानसभा ने भी प्रदेश के आईएएस-आईपीएस और आईएफएस अफसरों के भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की जानकारी दी है. 35 आईएएस के खिलाफ लोकायुक्त की जांच और 28 के विरुद्ध ईओडब्ल्यू जांच कर रही है, 20 आईपीएस और 39 आईएफएस के खिलाफ भी भ्रष्टाचार की शिकायतें की गई हैं.

एमपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन आज, 21 ध्यानाकर्षण लगाए गए, दो विधेयक भी होंगे पास

हाल ही में वरिष्ठ आईएएस अफसर कल्पना श्रीवास्तव के ट्रांसफर का मामला सुर्खियों में है, जिसमें उद्यानिकी संचालक के पद से हटाए गए मनोज अग्रवाल का नाम आया था. मनोज अग्रवाल पर प्याज का बीज 1100 रुपए किलो के स्थान पर ₹2300 किलो खरीदने की शिकायत ईओडब्ल्यू में की गई, जिस पर ईओडब्ल्यू ने प्राथमिकी दर्ज की है. उद्यानिकी विभाग की प्रमुख सचिव कल्पना श्रीवास्तव ने प्याज बीज खरीदी घोटाले की फाइलें मांगी थी और जांच शुरु की थी, लेकिन सरकार ने उन्हें विभाग से हटा दिया था.

  • विधानसभा में गोविंद सिंह को मिली जानकारी के मुताबिक इनमें से कई अफसर ऐसे हैं, जो रिटायर हो चुके हैं और कुछ निलंबित हैं. लोकायुक्त में जिन आईएएस अधिकारियों के खिलाफ जांच लंबित है, उसमें बसंत कुर्रे, ललित दाहिमा, जेडीयू शेख, अशोक कुमार, वीरेंद्र कुमार हैं.
  • राज्य प्रशासनिक सेवा के मनीष सेठिया, पवन कुमार जैन, निलय सत्भैया, विवेक सिंह, पंकज शर्मा, एमपी नामदेव शामिल हैं.
  • पुलिस महकमे के अधिकारी अनिल कुमार मिश्रा, देवेंद्र सिरोलिया, सुशील रंजन सिंह, विकास पाठक, सिद्धार्थ चौधरी के खिलाफ भी शिकायतें हैं.
  • जिन रिटायर्ड अधिकारियों के विरुद्ध जांच लंबित है, उनमें एनएस डुगरियाल, विनय वर्मन, पीसी दुबे, बीबी सिंह, आरसी शर्मा, अशोक कुमार सिंह, अनिल कुमार श्रीवास्तव, आरएस सिकरवार, विजय कुमार, आरके गुप्ता शामिल हैं.
  • सीसीएफ रामदास, मनोज अग्रवाल, एनएस रावत, बीएस नागरी, एपीएस सेंगर, अजय यादव, प्रशांत कुमार सिंह, गौरव चौधरी, यूके सुबुद्धि, पीके वर्मा, बृजेंद्र श्रीवास्तव, वासु कनौजिया, मीना मिश्रा, चंद्रशेखर सिंह, पंकज श्रीवास्तव, संजय शुक्ला, डॉक्टर शैलेंद्र गुप्ता के खिलाफ लोकायुक्त में जांच चल रही है.

EOW में DFO CCF CF अधिकारी की शिकायत

आईएफएस एम कलिदुरई, अजीत श्रीवास्तव, दिलीप कुमार, अजय यादव, राजीव कुमार मिश्रा, प्रशांत कुमार सिंह, विपिन कुमार पटेल, गौरव चौधरी, पीके वर्मा, बृजेंद्र कुमार श्रीवास्तव, रविंद्र सक्सेना, वाईपी सिंह, मोहन मीणा, महेंद्र प्रताप सिंह, पंकज श्रीवास्तव, संजय शुक्ला, आलोक दास, प्रफुल्ल फुल्झेले, बीपी शर्मा, अनुराग कुमार, डीएल बघेल शामिल हैं.

भोपाल। मध्यप्रदेश में आईएएस-आईपीएस और आईएफएस के 100 से ज्यादा अफसर (More than 100 top officials corrupt in MP) भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के मामले में ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त के घेरे में हैं, ये जानकारी कांग्रेस विधायक व पूर्व संसदीय मंत्री रहे डॉ. गोविंद सिंह के पूछे गए सवाल पर विधानसभा ने दी है. मध्यप्रदेश विधानसभा ने भी प्रदेश के आईएएस-आईपीएस और आईएफएस अफसरों के भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की जानकारी दी है. 35 आईएएस के खिलाफ लोकायुक्त की जांच और 28 के विरुद्ध ईओडब्ल्यू जांच कर रही है, 20 आईपीएस और 39 आईएफएस के खिलाफ भी भ्रष्टाचार की शिकायतें की गई हैं.

एमपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन आज, 21 ध्यानाकर्षण लगाए गए, दो विधेयक भी होंगे पास

हाल ही में वरिष्ठ आईएएस अफसर कल्पना श्रीवास्तव के ट्रांसफर का मामला सुर्खियों में है, जिसमें उद्यानिकी संचालक के पद से हटाए गए मनोज अग्रवाल का नाम आया था. मनोज अग्रवाल पर प्याज का बीज 1100 रुपए किलो के स्थान पर ₹2300 किलो खरीदने की शिकायत ईओडब्ल्यू में की गई, जिस पर ईओडब्ल्यू ने प्राथमिकी दर्ज की है. उद्यानिकी विभाग की प्रमुख सचिव कल्पना श्रीवास्तव ने प्याज बीज खरीदी घोटाले की फाइलें मांगी थी और जांच शुरु की थी, लेकिन सरकार ने उन्हें विभाग से हटा दिया था.

  • विधानसभा में गोविंद सिंह को मिली जानकारी के मुताबिक इनमें से कई अफसर ऐसे हैं, जो रिटायर हो चुके हैं और कुछ निलंबित हैं. लोकायुक्त में जिन आईएएस अधिकारियों के खिलाफ जांच लंबित है, उसमें बसंत कुर्रे, ललित दाहिमा, जेडीयू शेख, अशोक कुमार, वीरेंद्र कुमार हैं.
  • राज्य प्रशासनिक सेवा के मनीष सेठिया, पवन कुमार जैन, निलय सत्भैया, विवेक सिंह, पंकज शर्मा, एमपी नामदेव शामिल हैं.
  • पुलिस महकमे के अधिकारी अनिल कुमार मिश्रा, देवेंद्र सिरोलिया, सुशील रंजन सिंह, विकास पाठक, सिद्धार्थ चौधरी के खिलाफ भी शिकायतें हैं.
  • जिन रिटायर्ड अधिकारियों के विरुद्ध जांच लंबित है, उनमें एनएस डुगरियाल, विनय वर्मन, पीसी दुबे, बीबी सिंह, आरसी शर्मा, अशोक कुमार सिंह, अनिल कुमार श्रीवास्तव, आरएस सिकरवार, विजय कुमार, आरके गुप्ता शामिल हैं.
  • सीसीएफ रामदास, मनोज अग्रवाल, एनएस रावत, बीएस नागरी, एपीएस सेंगर, अजय यादव, प्रशांत कुमार सिंह, गौरव चौधरी, यूके सुबुद्धि, पीके वर्मा, बृजेंद्र श्रीवास्तव, वासु कनौजिया, मीना मिश्रा, चंद्रशेखर सिंह, पंकज श्रीवास्तव, संजय शुक्ला, डॉक्टर शैलेंद्र गुप्ता के खिलाफ लोकायुक्त में जांच चल रही है.

EOW में DFO CCF CF अधिकारी की शिकायत

आईएफएस एम कलिदुरई, अजीत श्रीवास्तव, दिलीप कुमार, अजय यादव, राजीव कुमार मिश्रा, प्रशांत कुमार सिंह, विपिन कुमार पटेल, गौरव चौधरी, पीके वर्मा, बृजेंद्र कुमार श्रीवास्तव, रविंद्र सक्सेना, वाईपी सिंह, मोहन मीणा, महेंद्र प्रताप सिंह, पंकज श्रीवास्तव, संजय शुक्ला, आलोक दास, प्रफुल्ल फुल्झेले, बीपी शर्मा, अनुराग कुमार, डीएल बघेल शामिल हैं.

Last Updated : Dec 24, 2021, 9:20 AM IST

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