भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों से मानसून का सिलसिला थम गया है, जिसके चलते उमस भरी गर्मी का लोगों को सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार यानी 19 जुलाई को प्रदेश में एक नया सिस्टम डेवलप हो रहा है, जिसके चलते प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में तेज बारिश का अनुमान है.
येलो अलर्ट जारी
दरअसल, भारतीय मौसम विभाग ने बीते रविवार को ही दमोह और रीवा समेत 11 जिलों में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी कर दिया है. इसके अलावा भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत पांच संभागों में तेज तूफान और चमक के साथ भारी बारिश का चेतावनी दी है. इन इलाकों में भी येलो अलर्ट जारी किया गया है. यह अलर्ट सोमवार यानी 19 जुलाई तक के लिए जारी किया गया है.
इस कारण होगी बारिश
आईएमडी के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके शाह ने बताया कि दक्षिण-उत्तर की ओर से समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर कम दबाव क्षेत्र बन रहा है. यह क्षेत्र प्रदेश के मध्य भाग से होकर गुजरेगा और दक्षिण की ओर निकल जाएगा. एमपी में रविवार को गरज चमक के साथ कई जगह बारिश दर्ज की गई.
19 जुलाई तक अच्छी बारिश का अनुमान
वहीं, इससे पहले भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा भी प्रदेश में 19 जुलाई तक अच्छी बारिश होने की संभावना जता चुके हैं. हालांकि मंगलवार को प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में कहीं-कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई.
निर्धारित समय से पहले आ गया मानसून
मध्य प्रदेश में सामान्य मानसून 20 जून तक पहुंचता है, जो पिछले सालों की तुलना मे 10 दिन पहले सक्रिय हुआ है. मौसम वैज्ञानिक इसका कारण, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में लगातार सक्रिय हो रहे मानसून को मान रहे हैं. बता दें कि मानसून की घोषणा बादलों की स्थिति हवा और अन्य स्टेशनों पर होने वाली बारिश के साथ टर्फ के आधार पर की जाती है. हालांकि इस बार मानसून के निर्धारित समय पर आ जाने के बाद से प्रदेश में एक समय के बाद मानसून का सिलसिला थम गया था, जोकि अब एक बार फिर डेवलप हो रहा है.
क्या होता है येलो अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार येलो अलर्ट में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश की चेतावनी जारी की जाती है. इस अलर्ट या चेतावनी का मतलब होता है कि हम हमारे इलाके या रूटीन को लेकर सचेत रहें और सावधानी बरतें. येलो अलर्ट जारी करने का मतलब वास्तव में लोगों को सतर्क करना होता है. इस अलर्ट के मुताबिक तुरंत कोई खतरा नहीं होता, लेकिन मौसम के हाल को देखते हुए अपनी जगह और गतिविधि को लेकर सावधान रहना चाहिए.
ऑरेंज अलर्ट तैयार रहने की चेतावनी
ऑरेंज अलर्ट में मध्यम से भारी बारिश के लिए चेतावनी जारी की जाती है. मौसम विभाग ऑरेंज अलर्ट जारी करता है तो इसका मतलब होता है कि मौसम की मांग है. अब आप को खराब मौसम के लिए तैयार रहने की जरूरत है और इसके लिए आप तैयार हो जाएं. मौसम ऐसे करवट लेता है जिसका असर जनजीवन पर पड़ सकता है. तब इस तरह का अलर्ट जारी किया जाता है. खराब मौसम के लिए यात्रा कामकाज और दूसरी गतिविधियों में तैयारी रखने की जरूरत होती है.
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रेड अलर्ट एक्शन के लिए चेतावनी
रेड अलर्ट में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की जाती है. मौसम विभाग गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता है. इस तरह का अलर्ट कम ही होता है. रेड अलर्ट के मायने हैं कि अब जान माल की सुरक्षा का समय आ चुका है. अक्सर इस अलर्ट के बाद खतरे के जोन में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जाता है और मौसम के मुताबिक सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं. रेड अलर्ट अगर गर्मी के मौसम में जारी होता है तो आपको घर से बाहर नहीं निकलना है और जरूरी इंतजाम करने की सलाह दी जाती है. इसी तरह बारिश में अगर रेड अलर्ट जारी होता है तो इसका मतलब साफ है कि किसी तरह का बाढ़ या तूफान आने वाला है.