ETV Bharat / state

Weather Update: उमस भरी गर्मी से मिलेगी राहत, अगले 24 घंटे में बारिश का अनुमान

बारिश के लिए अभी कुछ दिन और इंतजार करना पड़ सकता है. क्योंकि कुछ इलाकों में अगले दो से तीन दिनों में बारिश की कम ही संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 10 जुलाई तक तापमान में गिरावट के आसार नहीं हैं. हालांकि, कहीं-कहीं जरूर हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं

author img

By

Published : Jul 4, 2021, 12:57 PM IST

Updated : Jul 4, 2021, 2:34 PM IST

Weather Update
वेदर अपडेट

भोपाल। प्रदेश के तापमान में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. यहां अचानक मानसून की लुका-छुपी के चलते अब किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही हैं. ऐसे में किसानों की खरीफ फसल की बुवाई पिछड़ती जा रही है. बीते महीने बारिश तो हुई, लेकिन इसका खेतों की नमी पर कुछ खास असर नहीं पड़ा. मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 10 जुलाई तक तापमान में गिरावट के आसार नहीं हैं. हालांकि, अगले 24 घंटे में कहीं-कहीं जरूर हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं.

कहां हुई बारिश
मौसम विज्ञानियों अनुसार, यहां 10 जुलाई के बाद से बारिश का सिलसिला शुरू हाेने का अनुमान है. प्रदेश में इस साल अब तक 169.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.जो सामान्य बारिश से 16 फीसद ज्यादा है. मौसम‍ विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में प्रदेश के सागर, ग्वालियर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, चंबल और इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई.

यहां बारिश का अनुमान
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, रविवार यानी आज जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, भोपाल, ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने का अनुमान है.

हल्की बौछारें पड़ने के आसार
दरअसल, मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में भी कोई वेदर सिस्टम इस समय एक्टिव नहीं है. इस वजह से मध्यप्रदेश में मानसून शिथिल पड़ गया है. मानसून ट्रफ भी हिमालय की तराई की तरफ बढ़ गया है. हालांकि, कहीं-कहीं जरूर हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं.

MP में क्यों वापस लौटा मानसून ? साढ़े तीन लाख हेक्टेयर फसल बर्बादी की कगार पर

जानें कब की जाती है मानसून की घोषणा
मध्य प्रदेश में सामान्य मानसून 20 जून तक पहुंचता है, जो पिछले सालों की तुलना मे 10 दिन पहले सक्रिय हुआ है. मौसम वैज्ञानिक इसका कारण, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में लगातार सक्रिय हो रहे मानसून को मान रहे हैं. बता दें कि मानसून की घोषणा बादलों की स्थिति हवा और अन्य स्टेशनों पर होने वाली बारिश के साथ टर्फ के आधार पर की जाती है.

भोपाल। प्रदेश के तापमान में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. यहां अचानक मानसून की लुका-छुपी के चलते अब किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही हैं. ऐसे में किसानों की खरीफ फसल की बुवाई पिछड़ती जा रही है. बीते महीने बारिश तो हुई, लेकिन इसका खेतों की नमी पर कुछ खास असर नहीं पड़ा. मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 10 जुलाई तक तापमान में गिरावट के आसार नहीं हैं. हालांकि, अगले 24 घंटे में कहीं-कहीं जरूर हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं.

कहां हुई बारिश
मौसम विज्ञानियों अनुसार, यहां 10 जुलाई के बाद से बारिश का सिलसिला शुरू हाेने का अनुमान है. प्रदेश में इस साल अब तक 169.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.जो सामान्य बारिश से 16 फीसद ज्यादा है. मौसम‍ विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में प्रदेश के सागर, ग्वालियर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, चंबल और इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई.

यहां बारिश का अनुमान
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, रविवार यानी आज जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, भोपाल, ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने का अनुमान है.

हल्की बौछारें पड़ने के आसार
दरअसल, मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में भी कोई वेदर सिस्टम इस समय एक्टिव नहीं है. इस वजह से मध्यप्रदेश में मानसून शिथिल पड़ गया है. मानसून ट्रफ भी हिमालय की तराई की तरफ बढ़ गया है. हालांकि, कहीं-कहीं जरूर हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं.

MP में क्यों वापस लौटा मानसून ? साढ़े तीन लाख हेक्टेयर फसल बर्बादी की कगार पर

जानें कब की जाती है मानसून की घोषणा
मध्य प्रदेश में सामान्य मानसून 20 जून तक पहुंचता है, जो पिछले सालों की तुलना मे 10 दिन पहले सक्रिय हुआ है. मौसम वैज्ञानिक इसका कारण, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में लगातार सक्रिय हो रहे मानसून को मान रहे हैं. बता दें कि मानसून की घोषणा बादलों की स्थिति हवा और अन्य स्टेशनों पर होने वाली बारिश के साथ टर्फ के आधार पर की जाती है.

Last Updated : Jul 4, 2021, 2:34 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.