भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून सक्रिय हो गया है. दक्षिण पश्चिमी मानसून शहडोल और जबलपुर संभाग से प्रदेश में प्रवेश किया है. मानसून प्रदेश के बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और मंडला तक पहुंच गया है. मौसम विभाग ने गुरुवार दोपहर में इसकी अधिकारिक पुष्टि की है.
10 दिन पहले सक्रिय हुआ मानसून
मध्य प्रदेश में मानसून पिछले दस सालों में सबसे पहले पहुंचा है. सामान्य मानसून 20 जून तक पहुंचता है, जो पिछले सालों की तुलना मे 10 दिन पहले मध्यप्रदेश में सक्रिय हुआ है, इसका कारण मौसम वैज्ञानिक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में मानसून के लगातार सक्रिय होने के कारण मान रहे हैं. हालांकि 20 जून तक प्रदेश भर में सक्रिय होने की उम्मीद है. मानसून की घोषणा बादलों की स्थिति हवा और अन्य दूसरे स्टेशनों पर होने वाली बारिश के साथ ही तरफ 5 लाइन का बनना आवश्यक होता है, जो कि सभी संभावनाएं मध्यप्रदेश के किन जिलों में देखी जा रही हैं. इनके आधार पर मौसम विभाग ने मानसून के सक्रिय होने की घोषणा की है.
10 सालों में कब कब आया मानसून
साल | दिनांक |
2011 | 22 जून |
2012 | 4 जुलाई |
2013 | 11 जून |
2014 | 7 जुलाई |
2015 | 22 जून |
2016 | 20 जून |
2017 | 26 जून |
2018 | 24 जून |
2019 | 28 जून |
2020 | 15 जून |
समुद्र में हो रही हलचल से MP में 7 दिन पहले तो नहीं पहुंचा Monsoon !
मौसम विभाग ने किया येलो अलर्ट जारी
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि मौसम मानसून आते ही प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया गया है. जबलपुर-शहडोल संभाग के जिलों में रीवा, सतना, बैतूल, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश और बिजली चमक के साथ गिरने की संभावना जाहिर की है. वहीं भोपाल, सागर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन संभागों के जिलों में और अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, सीधी, बड़वानी, सिंगरौली जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं.