भोपाल। राज्य सरकार के 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान को काफी सराहा जा रहा है, यही वजह है कि पिछले 6 महीने में खाद्य विभाग और पुलिस विभाग ने कई मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई की है. इस अभियान को और भी तेजी से चलाए जाने के लिए अब खाद्य विभाग ने राजधानी में चलित खाद्य प्रयोगशाला की शुरुआत की है. इस मोबाइल फूड लैबोरेटरी में शुरुआत के दूसरे ही दिन 30 सैंपलों की जांच गई, जिसमें एक काली मिर्च का सैंपल अमानक पाया गया.
अमानक पदार्थ निर्माता कंपनी पर होगा मुकदमा
सुरक्षा अधिकारी धर्मेंद्र नूनईया ने बताया कि घरेलू सैंपलों में केवल काली मिर्च पाउडर में मिलावट की पुष्टि हुई है, साथ ही दूध में भी पानी की मिलावट पाई गई है. इसके अलावा कानूनी सैंपल में लिए गए नमूनों की रिपोर्ट को गोपनीय रखा गया है, इन नमूनों की जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी जाएगी. धर्मेंद्र नूनईया ने कहा कि जांच में जो भी नमूने फेल हुए हैं, उन सभी की निर्माता कंपनियों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
दूसरे दिन मिले दो अमानक सैंपल
खाद्य विभाग की टीम ने इस अभियान की शुरुआत बैरागढ़ से एक दिन पहले ही की है. करीब 2 घंटे तक बस स्टैंड के पास खड़े प्रयोगशाला वाहन ने 2 सैंपल सरसों तेल, एक सैंपल सोयाबीन तेल, एक सैंपल सोनपापड़ी, एक सैंपल बेसन, एक सैंपल दूध का लिया. वहीं कोहेफिजा, लालघाटी, ईदगाह हिल्स, बैरागढ़, आजाद मार्केट, रॉयल मार्केट में भी कुल 15 घरेलू और 15 लीगल नमूनों की जांच की गई.
बता दें कि इस प्रयोगशाला के माध्यम से जांच करने में ज्यादा समय व्यतीत नहीं होगा. शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत खाद्य पदार्थों की जांच के लिए चलित प्रयोगशाला हर दिन राजधानी के अलग-अलग इलाकों में पहुंचेगी और खाद्य पदार्थों की जांच कर तुरंत उसकी रिपोर्ट भी हाथोंहाथ सौंपेगी. साथ ही इसके माध्यम से जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा.