भोपाल। कांग्रेस के आंदोलन पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस की गुटबाजी उभरकर सामने आ गई है. यही कांग्रेस की संस्कृति है. वहीं गांधी प्रतिमा के सामने कांग्रेस के मौन धरने को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 'कांग्रेस उस झूठ पर माफी मांग रही है, जो उन्होंने विधानसभा चुनाव के समय किसानों से झूठ बोला था और 10 दिन में कर्ज माफी की बात कही थी.
किसान आंदोलन से ध्यान भटकाने के लिए लगा रहे आरोप
नरोत्तम मिश्रा के आरोपों पर कांग्रेस विधायक सचिन यादव ने कहा कि 'नरोत्तम मिश्रा को मैं दोबारा कहना चाहता हूं कि मेरे साथ चलिए, 27 लाख किसानों को आपसे मिलाऊंगा, जिनका कमलनाथ के नेतृत्व में कर्ज माफ किया गया था. हमारे लोग एक-एक किसान से मिलाने का काम करेंगे. इस तरह से झूठ परोसना बंद करें और किसानों की ऋण माफी का काम शुरू करें. उन्होंने कहा कि कोई गुटबाजी नहीं है, ये तो उनकी पुरानी आदत है. ये भाजपा की चाल है. मुद्दा ये है कि हमारे किसान जो सर्दी में आंदोलन कर रहे हैं, उससे ध्यान भटकाने का काम किया जा रहा है.
आंदोलन प्रभारी अरुण यादव ने ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार होकर विधानसभा घेराव करने की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन ऐन मौके पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मौन प्रदर्शन का ऐलान कर दिया. अब लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि आखिर क्यों कांग्रेस ने ऐन मौके पर अपना प्लान बदल दिया. वहीं बीजेपी भी इस मुद्दे को भुनाने में लगी है. बीजेपी आरोप लगा रही है कि क्या कांग्रेस में गुटबाजी चल रही है, क्या कमलनाथ और अरुण यादव एक दूसरे से नाखुश नजर आ रहे हैं?
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कांग्रेस का प्रदर्शन स्थगित
सोमवार से मध्यप्रदेश विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र शुरू होना था. कांग्रेस ने ऐलान किया था कि विधानसभा सत्र के पहले दिन प्रदेश भर से बुलाए गए किसान और कांग्रेस विधायक प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सहित सभी कांग्रेस नेता ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार होकर विधानसभा पहुंचेंगे. इस कार्यक्रम का प्रभारी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को बनाया गया था. आंदोलन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही थी. पूरे प्रदेश से किसानों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था, लेकिन सत्र स्थगित होने पर कांग्रेस ने भी अपने प्रदर्शन को मौन कर दिया.
'आंदोलन स्थगित हुआ है निरस्त नहीं'
आंदोलन प्रभारी अरुण यादव ने बताया कि प्रदेश भर से किसान भोपाल पहुंच गए थे. विधानसभा घेराव का आंदोलन प्रस्तावित था क्योंकि विधानसभा स्थगित कर दी गई, इसलिए बदलाव करना पड़ा. उनका कहना है कि आंदोलन निरस्त नहीं हुआ है, आज का प्रदर्शन स्थगित हुआ है. हमारा आंदोलन क्रमबद्ध तरीके से पूरे प्रदेश में जारी रहेगा.