भोपाल। फसल खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्थाओं का अंबार लगा है, जहां किसानों को हर तरफ से परेशानी हो रही है, जबकि प्रदेश सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है. मुख्यमंत्री का कहना है कि आज तक इतनी बेहतर खरीदी नहीं हुई है, लेकिन किसानों को फसल तुलाई के लिए 5-5 दिनों तक लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है. कहीं बारदाने नहीं हैं तो कहीं तुलाई के नाम पर अवैध वसूली हो रही है. इतना ही नहीं फसल तुलाई के इंतजार में किसानों की मौत तक हो जा रही है. मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष व विधायक कुणाल चौधरी ने मुख्यमंत्री पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह अपनी झूठी घोषणाओं के जरिए प्रदेश के किसानों और मजदूरों के जख्म पर नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं.
कुणाल चौधरी का कहना है कि जहां प्रदेश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, वहीं मुख्यमंत्री अपनी झूठी घोषणाओं के जरिए किसानों और मजदूरों के जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं. एक तरफ किसान 5 से 7 दिन तक ट्रालियों को लेकर लाइन में खड़ा रहता है, दूसरी तरफ शिवराज सिंह कह रहे हैं कि इससे बेहतर खरीदी नहीं हो सकती है. कुणाल ने कहा कि गलत नीतियों और कुप्रबंधन के चलते ही किसान इस संकट के दौर में भी लाइन में लगा है. खरीदी केंद्रों पर न पानी की व्यवस्था है और न ही धूप से बचने का इंतजाम किया गया है.
बेमौसम बारिश ने पहले ही किसानों की कमर तोड़ दी है. प्याज की मार्केट में कीमत काफी कम है, व्यापारी किसानों को लूट रहे हैं, किसान हर तरह से प्रताड़ित है. पिछली सरकार में किसानों को 5 घंटे से ज्यादा खरीदी केंद्र पर नहीं रुकना पड़ता था. आज कुप्रबंधन की वजह से जैसी स्थितियां निर्मित हुई हैं, उसके बाद राज्य सरकार से मांग है कि जिस दिन भी किसान को मैसेज आता है, प्रतिदिन के हिसाब से 2 हजार रुपए ट्राली का किराया दिया जाए.
विधायक ने मुख्यमंत्री से कहा है कि किसानों के साथ जो दुर्व्यवहार कर्मचारियों और व्यापारियों द्वारा किया जा रहा है, कहीं न कहीं किसान अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है. आज किसी भी सोसाइटी में जाकर देख लें, वहां किसान प्रताड़ित और परेशान ही नजर आएगा.