भोपाल। महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही विपक्षी पार्टियों की तरफ से बीजेपी और केंद्र सरकार पर तरह- तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं. कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने निशाना साधते हुए कहा है कि केंद्र सरकार राजनीतिक फायदे के लिए राज्यपालों की नियुक्ति करती है. इसके साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं.
बीजेपी करती है राज्यपालों का इस्तेमाल
मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि केंद्र की सरकार महाराष्ट्र की जनता को अंधेरे में रख रही है. वर्मा ने राज्यपाल के निर्णय पर भी सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने कहा की ऐसा लगता है की विधायकों की खरीद फरोख्त का मौका भाजपा को देना चाहते हैं. भाजपा वरिष्ठ नेताओं को राजनीतिक लाभ के लिए राज्यपाल के पद पर नियुक्त करती है और फिर राज्यपाल के पद का इस्तेमाल करती है.
सिंहस्थ और व्यापमं घोटाले की होगी जांच
सज्जन सिंह वर्मा ने सिंहस्थ और व्यापमं घोटाले और उसकी सुनवाई को लेकर कहा की, एक बार इस प्रकरण में ढील हो गयी थी, लेकिन अब इस मामले में कोई भी लापरवाही नहीं होगी. जिन तत्वों ने भ्रस्टाचार करके लाखों युवाओं के भविष्य को अंधेरे में धकेल दिया है, उन्हें सजा दी जाएगी. वर्मा ने कहा कि अब व्यापमं, सिंहस्थ और पेंशन का घोटाले के आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे भेज कर रहेंगे.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्टेटस पर बोले वर्मा
उन्होंने कहा कि सिंधिया जी अभी आत्मचिंतन के दौर से गुजर रहे हैं और उन्हें ही तय करना है कि प्रदेश और देश में उनकी भूमिका क्या होगी, लेकिन कांग्रेस को आज भी ज्योतिरादित्य सिंधिया की जरूरत है और आत्मचिंतन के बाद सिंधिया जी एक महत्वपूर्ण पद पर काम करेंगे, उन्होंने ये भी कहा की जिस तरह माधवराव सिंधिया ने राजनीति में सुचिता स्थापित की थी, ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उन्हीं के नक्शे कदम पर चलते रहेंगे.