भोपाल। पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. जिसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है. बीजेपी ने जहां सुषमा स्वराज के निधन से एक दिग्गज नेता खोया है वहीं विपक्ष भी स्तब्ध है. दरअसल सुषमा स्वराज की लोकप्रियता विपक्ष में भी थी और उनके संबंध सभी दलों के नेताओं से अच्छे थे. सभी सुषमा स्वराज के साथ अपनी यादों को भी ताजा कर रहे हैं.
मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने भी सुषमा स्वराज की आत्मा की शांति के लिए उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज ने देश के लिए योगदान और अपनी सेवाएं दी हैं, जनता की समस्याओं के निदान के लिए उन्होंने संघर्ष किया है. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने सुषमा स्वराज के साथ अपनी राजनीतिक यादों को भी ताजा किया.
मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि वे विदिशा-रायसेन संसदीय क्षेत्र से सांसद रही हैं. वे एक वरिष्ठ नेता थी. जब मैं विधायक था तब वह नेता प्रतिपक्ष थीं. हम कई बार राजीतिक कार्यक्रमों में शामिल हुए थे, लेकिन उनके निधन से देश ने एक वरिष्ठ नेता को खो दिया है जिसकी राजनीति में कमी हमेशा खलेगी. स्कूल शिक्षा मंत्री चौधरी ने आर्टिकल 370 पर चुप्पी साधते हुए कहा कि इस मुद्दे पर सभी की अपनी-अपनी राय है.