भोपाल। मध्य प्रदेश के जिन जिलों में 20 से ज्यादा कोरोना की केस है, वहां सोशल गैदरिंग नहीं होगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में इसका निर्णय लिया गया है. स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि कोरोना पर लगाम लगाने के लिए लोगों को मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और भीड़भाड़ वाले इलाकों में बचने जैसे उपाय अपनाने होंगे. सरकार नहीं चाहती कि लॉकडाउन लगाया जाए, इसलिए लोगों को ही सतर्क होना चाहिए.
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बढ़ते केस चिंता का विषय
स्वास्थ्य मंत्री बोले कोरोना संक्रमण का बढ़ना चिंता का विषय ईटीवी भारत से बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि कोरोना के केस जिस तेजी से बढ़ रहे हैं. वह चिंता का विषय है. स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक प्रदेश के जिन जिलों में 20 से ज्यादा कोरोना संक्रमण के केस है. वहां सोशल गैदरिंग नहीं होगी. कोई भी बड़े आयोजन नहीं किए जाएंगे. हालांकि जिन जिलों में कोरोना के 20 से कम केस है. वहां आयोजनों को लेकर निर्णय जिला क्राइसिस मैनेजमेंट करेगी.
लॉकडाउन के विकल्प पर विचार
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में मेलों पर रोक लगा दी गई है. भोपाल, इंदौर और जबलपुर में रविवार को लॉकडाउन लगाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि लॉकडाउन के विकल्प पर विचार किया जाए, लेकिन इसके लिए जनता को मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना से बचाव के तमाम इंतजाम को गंभीरता से अपनाना होगा. मध्य प्रदेश के 39 जिलों में 20 से ज्यादा केस मध्य प्रदेश की 39 जिलों में कोरोना संक्रमण के केस 20 से ज्यादा पहुंच गए हैं. सबसे ज्यादा केस इंदौर में 2090 हैं, भोपाल में 2069 एक्टिव केस हैं, जबलपुर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 552 पहुंच गई है.