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टिड्डी दल से निपटने मंत्री कमल पटेल ने की समीक्षा बैठक, बचाव कार्य के लिए विभाग को अलर्ट रहने के दिए निर्देश - एमपी में टिड्डी

प्रदेश में राजस्थान से आए टिड्डियों दलों ने मध्यप्रदेश के किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. ये टिड्डी दल खेतों में फसलों को नष्ट कर रहा है. इसकी रोकथाम के लिए सरकार पूरी तैयारी में है. इसे लेकर मंत्री कमल पटेल ने समीक्षा बैठक भी की है.

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Published : May 23, 2020, 1:29 PM IST

भोपाल| प्रदेश के मालवा क्षेत्र में टिड्डियों ने कहर बरपा रखा है, इसकी वजह से किसानों की फसलों को भारी नुकसान भी हुआ है, राजस्थान की ओर से आया टिड्डियों का यह दल धीरे-धीरे आगे बढ़ता जा रहा है. इसे देखते हुए राज्य शासन की ओर से भी इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं. साथ ही विशेषज्ञों की टीम लगातार इन सभी क्षेत्रों में पहुंचकर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करवा रही है.

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प्रदेश में बढ़ता टिड्डी दल का प्रकोप

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने प्रदेश में टिड्डी दल के प्रकोप से बचाव के लिये किये जा रहे इंतजामों की मंत्रालय में समीक्षा की है, उन्होंने प्रमुख सचिव अजीत केशरी को निर्देश दिये कि बचाव के लिये सभी आवश्यक प्रबंध करते हुए विभाग को अलर्ट पर रखें.

प्रमुख सचिव केशरी ने समीक्षा के दौरान बताया है कि विभाग के द्वारा ट्रैक्टर चलित स्प्रे-पंप और फायर ब्रिगेड के माध्यम से कीटनाशक दवाओं का छिड़काव जिलों में आवश्यकतानुसार कराया जा रहा है. टिड्डी दल के नियंत्रण के लिये जिलों में जिला स्तरीय निगरानी दल गठित करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. राज्य स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, किसान और कृषि अधिकारी नियंत्रण कक्ष के नंबर पर सूचना देकर आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं.

बैठक में संचालक कृषि संजीव सिंह भी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रदेश में टिड्डी दलों के निगरानी एवं नियंत्रण का कार्य प्रभावी रूप से किया जा रहा है, प्रदेश के समस्त संयुक्त संचालक कृषि एवं उप संचालक कृषि जिला प्रशासन के समन्वय से सतत निगरानी एवं नियंत्रण का कार्य कर रहे हैं, साथ ही स्थानीय कृषकों का सराहनीय सहयोग प्राप्त हो रहा है.

नीमच में कीटनाश का छिड़काव

21 मई को उज्जैन संभाग के नीमच जिले के ग्राम ग्वाल तालाब के पास एक टिड्डी दल एवं दूसरा टिड्डी दल नीमच जिले के जावद विकासखण्ड के ग्राम गादेला सरवानिया महाराज के बीच रात्रि में ठहरा, जिसके नियंत्रण हेतु 17 ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प और 3 फायर ब्रिगेड के माध्यम से कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया गया, साथ ही केन्द्रीय टिड्डी नियंत्रण दल द्वारा भी पृथक से कीटनाशकों का छिड़काव किया गया, जिसके प्रभावी परिणाम प्राप्त हुए.

उज्जैन जिले में उठाया गया ये कदम

उज्जैन जिले के घटिया विकासखण्ड बच्चाखेड़ा, जैथरापुरा, बान्दका में एक टिड्डी दल रात्रि में रुका, जबकि दूसरा टिड्डी दल तराना विकासखण्ड के तिल्केखर, बगोदा, बाहटाखेड़ी में रुका. इनके नियंत्रण हेतु स्थानीय प्रशासन के सहयोग से प्रथम टिड्डी दल में 12 ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प तथा 4 फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशक का छिड़काव किया गया, द्वितीय दल के नियंत्रण हेतु 15 ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प तथा 4 फायर ब्रिगेड का उपयोग कीटनाशक छिड़काव के लिये किया गया. दोनों टिड्डी दलों के प्रभावी नियंत्रण हेतु केन्द्रीय नियंत्रण दल द्वारा पृथक से कीटनाशकों का छिड़काव किया गया.

इंदौर संभाग में भी कीटनाशक का छिड़काव

इंदौर संभाग के खरगौन जिले के बड़वाह विकासखण्ड के ग्राम थरवर एवं लांबी में एक छोटा टिड्डी दल रात्रि को रुका, जिसके नियंत्रण के लिये एक ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प तथा 3 फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव किया गया, इसमें भी 50 से 60 प्रतिशत सफलता हुई. मुरैना संभाग के श्योपुर जिले के विजयपुर विकासखण्ड के ग्राम डोंगरपुर में टिड्डी दल का रात्रि में नियंत्रण हेतु 8 ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प तथा एक फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव स्थानीय प्रशासन के समन्वय से किया गया.

किसानों को सहयेगा करेगा ये नंबर

टिड्डी दल के नियंत्रण के लिये समस्त जिलों को जिला स्तर पर निगरानी दल गठित करने के निर्देश जारी किये जा चुके हैं, साथ ही अनुभाग स्तर पर भी निगरानी गठित करते हुए टिड्डी के नियंत्रण हेतु समस्त आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था हेतु भी निर्देश जारी किये गये हैं, जिससे सूचना प्राप्त होते ही टिड्डी नियंत्रण में लगा हुआ अमला तुरंत प्रभावित स्थल तक पहुंच सके, राज्य स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित है, जिसका दूरभाष क्रमांक 0755-2558823 है . इस नंबर पर फोन करके किसान मार्गदर्शन और सहयोग ले सकते हैं.

भोपाल| प्रदेश के मालवा क्षेत्र में टिड्डियों ने कहर बरपा रखा है, इसकी वजह से किसानों की फसलों को भारी नुकसान भी हुआ है, राजस्थान की ओर से आया टिड्डियों का यह दल धीरे-धीरे आगे बढ़ता जा रहा है. इसे देखते हुए राज्य शासन की ओर से भी इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं. साथ ही विशेषज्ञों की टीम लगातार इन सभी क्षेत्रों में पहुंचकर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करवा रही है.

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प्रदेश में बढ़ता टिड्डी दल का प्रकोप

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने प्रदेश में टिड्डी दल के प्रकोप से बचाव के लिये किये जा रहे इंतजामों की मंत्रालय में समीक्षा की है, उन्होंने प्रमुख सचिव अजीत केशरी को निर्देश दिये कि बचाव के लिये सभी आवश्यक प्रबंध करते हुए विभाग को अलर्ट पर रखें.

प्रमुख सचिव केशरी ने समीक्षा के दौरान बताया है कि विभाग के द्वारा ट्रैक्टर चलित स्प्रे-पंप और फायर ब्रिगेड के माध्यम से कीटनाशक दवाओं का छिड़काव जिलों में आवश्यकतानुसार कराया जा रहा है. टिड्डी दल के नियंत्रण के लिये जिलों में जिला स्तरीय निगरानी दल गठित करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. राज्य स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, किसान और कृषि अधिकारी नियंत्रण कक्ष के नंबर पर सूचना देकर आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं.

बैठक में संचालक कृषि संजीव सिंह भी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रदेश में टिड्डी दलों के निगरानी एवं नियंत्रण का कार्य प्रभावी रूप से किया जा रहा है, प्रदेश के समस्त संयुक्त संचालक कृषि एवं उप संचालक कृषि जिला प्रशासन के समन्वय से सतत निगरानी एवं नियंत्रण का कार्य कर रहे हैं, साथ ही स्थानीय कृषकों का सराहनीय सहयोग प्राप्त हो रहा है.

नीमच में कीटनाश का छिड़काव

21 मई को उज्जैन संभाग के नीमच जिले के ग्राम ग्वाल तालाब के पास एक टिड्डी दल एवं दूसरा टिड्डी दल नीमच जिले के जावद विकासखण्ड के ग्राम गादेला सरवानिया महाराज के बीच रात्रि में ठहरा, जिसके नियंत्रण हेतु 17 ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प और 3 फायर ब्रिगेड के माध्यम से कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया गया, साथ ही केन्द्रीय टिड्डी नियंत्रण दल द्वारा भी पृथक से कीटनाशकों का छिड़काव किया गया, जिसके प्रभावी परिणाम प्राप्त हुए.

उज्जैन जिले में उठाया गया ये कदम

उज्जैन जिले के घटिया विकासखण्ड बच्चाखेड़ा, जैथरापुरा, बान्दका में एक टिड्डी दल रात्रि में रुका, जबकि दूसरा टिड्डी दल तराना विकासखण्ड के तिल्केखर, बगोदा, बाहटाखेड़ी में रुका. इनके नियंत्रण हेतु स्थानीय प्रशासन के सहयोग से प्रथम टिड्डी दल में 12 ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प तथा 4 फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशक का छिड़काव किया गया, द्वितीय दल के नियंत्रण हेतु 15 ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प तथा 4 फायर ब्रिगेड का उपयोग कीटनाशक छिड़काव के लिये किया गया. दोनों टिड्डी दलों के प्रभावी नियंत्रण हेतु केन्द्रीय नियंत्रण दल द्वारा पृथक से कीटनाशकों का छिड़काव किया गया.

इंदौर संभाग में भी कीटनाशक का छिड़काव

इंदौर संभाग के खरगौन जिले के बड़वाह विकासखण्ड के ग्राम थरवर एवं लांबी में एक छोटा टिड्डी दल रात्रि को रुका, जिसके नियंत्रण के लिये एक ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प तथा 3 फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव किया गया, इसमें भी 50 से 60 प्रतिशत सफलता हुई. मुरैना संभाग के श्योपुर जिले के विजयपुर विकासखण्ड के ग्राम डोंगरपुर में टिड्डी दल का रात्रि में नियंत्रण हेतु 8 ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प तथा एक फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव स्थानीय प्रशासन के समन्वय से किया गया.

किसानों को सहयेगा करेगा ये नंबर

टिड्डी दल के नियंत्रण के लिये समस्त जिलों को जिला स्तर पर निगरानी दल गठित करने के निर्देश जारी किये जा चुके हैं, साथ ही अनुभाग स्तर पर भी निगरानी गठित करते हुए टिड्डी के नियंत्रण हेतु समस्त आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था हेतु भी निर्देश जारी किये गये हैं, जिससे सूचना प्राप्त होते ही टिड्डी नियंत्रण में लगा हुआ अमला तुरंत प्रभावित स्थल तक पहुंच सके, राज्य स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित है, जिसका दूरभाष क्रमांक 0755-2558823 है . इस नंबर पर फोन करके किसान मार्गदर्शन और सहयोग ले सकते हैं.

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