भोपाल। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा आयोजित कृषि विस्तार अधिकारी परीक्षा में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. इसे लेकर कृषि मंत्री कमल पटेल ने जांच के आदेश दिए हैं. कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है. तब तक बारीकी से जांच की जाएगी, तब तक फाइनल रिजल्ट घोषित नहीं किया जाएगा.
नाम बदला लेकिन काम वही है
वहीं इस बारे में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश में व्यापमं का नाम बदलकर प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड यानी (PEB) जरूर हो गया है, लेकिन काम व्यापमं जैसा ही है और कई परीक्षाओं में धांधली के आरोप के बाद अब प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड एक बार फिर कृषि विस्तार अधिकारी की परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर विवादों में है. जिसमें इसी साल फरवरी में कृषि विस्तार अधिकारी के पद पर परीक्षा आयोजित की गई थी. रिजल्ट के बाद जो पहले 10 टॉपर्स हैं, जिन्हें एक जैसे नंबर मिले हैं और सबसे बड़ी बात यही है कि सभी चंबल क्षेत्र से हैं. इतना ही नहीं सभी टॉपर ने ग्वालियर के एक ही कॉलेज से बीएससी की डिग्री भी ली है. रिजल्ट के बाद परीक्षा में शामिल हुए अन्य परीक्षार्थियों ने गड़बड़ी को लेकर जांच की मांग की है.
'झूठ बोल रही सरकार' : नर्मदा में मिल रहा गंदा पानी
कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि मैंने तत्काल इस मामले में व्यापमं के डायरेक्टर को बुलाकर जांच के आदेश दिए हैं. जब तक दूध का दूध और पानी का पानी नहीं हो जाता तब तक रिजल्ट घोषित नहीं किए जाएंगे. दरअसल कई सालों से लंबित कृषि विस्तार अधिकारी एवं वरिष्ठ कृषि अधिकारी के पदों पर मध्यप्रदेश सरकार ने भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी. जिसमें कुल 863 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी. इस परीक्षा में टॉप टेन में आए अभ्यर्थी एक ही जिले के हैं और सभी ने एक ही कॉलेज से डिग्री हासिल की है. ऐसे में संदेह पैदा होना लाजमी है कि आखिर यह इतना बड़ा संयोग कैसे? यही वजह है कि अन्य परीक्षार्थियों ने जांच की मांग को लेकर शिकायत की है और अब कृषि मंत्री ने भी इस मामले में जांच को लेकर निर्देश दिए हैं. तो वहीं इस घटना को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार एक बार फिर व्यापमं पार्ट 2 की तैयारी में है.