भोपाल। सागर जिले की सुरखी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है. इसको लेकर प्रदेश कार्यालय में बैठक आयोजित की गई. बैठक में सुरखी के पूर्व विधायक गोविंद सिंह राजपूत के अलावा सागर संभाग के सभी पदाधिकारी शामिल हुए. इस दौरान गोविंद सिंह ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार ने सिर्फ जनता को छला है. जो विकास पिछली शिवराज सरकार में 15 सालों में हुआ था,वह इन 15 महीनों में रूक गया था. तो वहीं अपने क्षेत्र से नाराज पूर्व विधायक पारुल साहू को लेकर राजपूत का कहना है कि नाराज लोगों को मना लिया जाएगा.
दरअसल गोविंद सिंह राजपूत सागर संभाग की सुरखी विधानसभा से कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़े थे और बीजेपी के प्रत्याशी को हराकर कमलनाथ सरकार में परिवहन मंत्री बने. इसी सीट से बीजेपी की पूर्व विधायक पारुल साहू ने चुनाव लड़ा था. अब गोविंद सिंह राजपूत बीजेपी में हैं. ऐसे में पारुल साहू की नाराजगी निकल कर सामने आ रही है. माना जा रहा है कि पूर्व विधायक पारुल साहू ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की है.
ऐसे में मौजूदा समय में अगर पारुल साहू कांग्रेस का दामन थामती हैं, तो कहीं न कहीं बीजेपी को नुकसान हो सकता है. हालांकि मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि पार्टी में सभी लोगों की अपनी अपेक्षाएं होती हैं. कभी-कभी कुछ कमी रह जाती है. ऐसे में असंतोष लोगों को पार्टी के मुखिया समझाते हैं. हम सभी एक परिवार की तरह इस चुनाव को लड़ेंगे और सफलता भी पाएंगे.
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ऑडियो पर सफाई देते हुए गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि मैं किसी ऑडियो वीडियो के बारे में नहीं जानता. लेकिन हां ये जरूर कहूंगा कि पुरानी सरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया के सपोर्ट से ही बनी थी और जिस कमलनाथ सरकार ने विधायकों और मंत्रियों को अनदेखा किया था, शायद यही वजह है कि आज कांग्रेस सरकार से बाहर है.
बता दें गोविंद सिंह राजपूत कमलनाथ सरकार में राजस्व मंत्री थे और बीजेपी में शामिल होने के बाद भी मंत्री हैं. उन्हें सहकारिता और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की कमान सौंपी गई है. ऐसे में उनकी पुरानी प्रतिद्वंदी रहीं पारुल साहू उनके बीजेपी में शामिल होने से नाराज हैं. माना जा रहा है कि वे है कांग्रेस के संपर्क में भी हैं. अब देखना ये होगा कि बीजेपी अपने इस डैमेज को कैसे कंट्रोल करेगी.