भोपाल। देश का दिल कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में इन दिनों मजदूरों का सैलाब उमड़ा हुआ है. हर तरफ से अपने मुकाम की ओर जाने वाला मजदूर मध्यप्रदेश के किसी न किसी हिस्से से जरूर गुजर रहा है. सरकारी इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं. ऐसे में समाजसेवी संगठनों ने मजदूरों के भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ उनकी सेहत का ख्याल रखने का भी बीड़ा उठाया है.
समाज सेवी संगठन मजदूरों के लिए मास्क, सेनिटाइजर और भीषण गर्मी में ग्लूकोज और ओआरएस घोल भी उपलब्ध करा रहे हैं. इसके अलावा पैदल चल रहे लोगों के लिए जूते चप्पल का भी इंतजाम किया जा रहा है. कोरोना संकट के समय सरकारी इंतजाम नाकाफी होने के कारण समाजसेवी संगठनों ने सड़कों पर लाचार मजदूरों को राहत पहुंचाने का काम किया है.
कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन का तीसरा चरण आज खत्म हो रहा है. मध्य प्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय राज्य मार्ग और प्रमुख मार्गों पर मजदूरों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. खास बात यह है कि भीषण गर्मी को देखते हुए मजदूरों को डिहाइड्रेशन और लो ना लगे इसके लिए उन्हें ओआरएस का भी वितरण किया जा रहा है, इसके अलावा कोरोना से बचाव के लिए मास्क और सेनिटाइजर भी बांटे जा रहे हैं. भोपाल में अशोका वेलफेयर सोसाइटी व स्पर्श फाउंडेशन का संयुक्त प्रयास अशोका वेलफेयर सोसाइटी और स्पर्श फाउंडेशन प्रतिदिन भोपाल-विदिशा बाईपास से लेकर सीहोर बाईपास तक पलायन कर रहे मजदूरों को नई चप्पल, पानी की बोतल, मास्क और बिस्किट वितरण कर रहे हैं. खास बात यह है कि ये संगठन बिना सरकारी मदद के अपने खर्चे पर मजदूरों की मदद कर रहे हैं.