भोपाल। मिलावट को रोकने के लिए मध्यप्रदेश सरकार लगातार अभियान छेड़े हुए हैं. अब इस अभियान को और तेजी दिलाने के लिए प्रदेश की पहली माइक्रो बायलॉजिकल लैब कि स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने सोमवार को शुरुआत की है.
ये लैब आयुष खाद्य औषधि कार्यालय में बनाई गई है, लैब में खाद्य पदार्थों में बैक्टीरिया और मिलावट की जांच कर की जाएगी, जिसकी 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट सामने आएगी. इससे पहले मुंबई और दूसरे प्रदेशों में जांच के लिए खाद पदार्थों को भेजा जाता था, जिसकी रिपोर्ट आने में 15 दिन से ज्यादा का समय लगता था.
इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने राजधानी में ही बायोलॉजिकल लैब बनाने का फैसला लिया था. स्वास्थ मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि, हम लगातार मिलावट करने वाले माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. आने वाले समय में ऐसे बायोलॉजिकल लैब भोपाल के अलावा ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, इंदौर, सागर में भी खोले जाएंगे.
इस लैब को बनाने में दो करोड़ 40 लाख का खर्च आया है. लैब में तमाम वो मशीनें रखी गई हैं, जिससे जल्द खाद्य पदार्थ की जांच हो सके.