भोपाल। 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में 16 हजार फीट की ऊंचाई पर सीआरपीएफ के जवानों की टुकड़ी सब इंस्पेक्टर करम सिंह के नेतृत्व में गश्त कर रही थी, तभी चीनी सेना के साथ मुठभेड़ में 10 जवान शहीद हो गये. उन्हीं की स्मृति में यह दिवस देश की समस्त पुलिस इकाइयों द्वारा मनाया जाता है. कार्यक्रम में मध्यप्रदेश पुलिस के 17 जवानों के साथ ही पूरे देश मे 171 जवान जो ड्यूटी के दौरान शहीद हुए, उन्हें याद किया गया.
राज्यपाल ने की पुलिस की तारीफ : कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल सहित पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा भी मौजूद थे. इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि समाज में शांति, सद्भाव और भाईचारे के वातावरण को मजबूत रखने से ही विकास का मार्ग प्रशस्त होगा. पुलिस असामाजिक तत्व एवं राष्ट्रद्रोही ताकतों का पूरी कठोरता के साथ दमन करें. यह भी सुनिश्चित करें कि आमजन स्वयं को सुरक्षित महसूस करें. कभी किसी निर्दोष के साथ अन्याय नहीं हो.
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ये हुए थे शहीद : शहीदों में कार्यवाहक निरीक्षक राजाराम वास्कले, उप निरीक्षक भूपेन्द्र सिंह गुर्जर, सहायक उप निरीक्षक जसवंत कुमार तेकाम, कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षक रामजस शर्मा, कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षक कन्हैयालाल वास्कले, प्रधान आरक्षक छोटेलाल बघेल, प्रधान आरक्षक चंपालाल सिलाले, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक भानु प्रताप भदौरिया, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक राधेश्याम सिरसाठे, आरक्षक सुरेन्द्र सिंह गौंड, आरक्षक उपेन्द्र सिंह दांगी, आरक्षक (ट्रेड) पंकज मिश्रा, आरक्षक रामप्रसाद, आरक्षक जगदीश हाडा, आरक्षक गजानन अटवाड़े, आरक्षक खुमान भिलाला एवं आरक्षक रविकान्त सविता शामिल हैं.