भोपाल। कोरोना के प्रभाव कम होने के बाद मध्य प्रदेश मध्य विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने मीटिंग आयोजित की. कर्मचारियों से उनके कामों के बारे में चर्चा की, क्योंकि महामारी में काफी मैदानी कर्मचारी संक्रमित हो गए थे, जिसके चलते विद्युत वितरण के बहुत सारे काम भी रुक गए थे. इन्हें अब सुचारू रूप से संचालित किया जाएगा.
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने मैदानी इंजीनियरों को निर्देश दिए हैं कि जन प्रतिनिधियों और उपभोक्ताओं से सतत संवाद रखा जाए. उनकी समस्याओं को समय पर हल किया जाए. उपभोक्ताओं के बिजली बिल की एक्यूरेसी (शुद्धता) पर ध्यान रखें. ऑनलाइन भुगतान को मैदानी स्तर पर प्रोत्साहित करें. मीटर रीडिंग और मीटर रीडर के कार्यों पर निगरानी रखें.
विद्युत वितरण कंपनी के आउटसोर्स कर्मचारी भी कोरोना योद्धा
प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने कंपनी कार्यक्षेत्र के इंजीनियरों को टीएल और समन्वय बैठक में संबोधित किया. मिश्रा ने कहा कि सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को घोषित अवधि में निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनाए रखें. आबादी को 24 घंटे और कृषि कार्य के लिए 10 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाएं. सभी मैदानी अधिकारी अपने मोबाइल फोन चालू रखें.
उन्होंने कहा कि बिल सुधार के प्रयासों, रखरखाव की जानकारी उपभोक्ताओं और जनप्रतिनिधियों को समय पर दी जाएं. अगर किसी फीडर पर फाल्ट हो गया, तो उसकी सूचना भी वितरण केन्द्र स्तर तक के वाट्सएप ग्रुप या फोन से प्रमुख उपभोक्ता और जन प्रतिनिधियों को दी जाएं, ताकि मैदानी अमले को जनसहयोग मिलता रहें.
मिश्रा ने कहा कि मॉनसून के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए मेंटेनेंस को प्रभावी ढंग से किया जाएं. मेंटेनेंस गुणवत्तापूर्ण हों, ताकि वहां जल्दी कोई खराबी या त्रुटि सामने न आएं. प्रबंध निदेशक ने कहा कि मेंटेनेंस सहित सभी विद्युत कार्यों में सुरक्षा का ध्यान रखें. लाइनों पर कार्य के दौरान झूला, हेलमेट, ग्लब्ज को पहनकर काम किया जाएं.
राजस्व संग्रह पर ध्यान दें
कंपनी के प्रबंध संचालक मिश्रा ने कहा कि राजस्व संग्रह पर विशेष ध्यान दें. बकायादार उपभोक्ताओं से फोन, ई-मेल, एस.एम.एस., व्हाट्सएप के जरिए बिल जमा करने का आग्रह करें. लाइन स्टाफ सहित अन्य स्टॉफ को राजस्व संग्रह के लिए बकायादारों से संपर्क के लिए कहें, ताकि राजस्व संग्रह प्रभावी ढंग से सुनिश्चित हो सकें. जल्द ही बिजली बिल काउंटरों पर दोबारा नगद बिल जमा कराने की व्यवस्था की जायेगी.