भोपाल। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल सातवें दिन भी जारी हैं. पिछले सात दिनों से जूडा अलग-अलग तरीकों से प्रदर्शन कर अपनी मांगों को सरकार के सामने रख रहे हैं. जूनियर डॉक्टरों ने रविवार को पीपीई किट पहनकर और ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर प्रदर्शन किया. इसके बाद नुक्कड़ नाटक भी किया गया, जिसमें सरकार द्वारा उन्हें दिए गए कोरोना वॉरियर्स सम्मान को लौटाया गया. वहीं इस प्रदर्शन को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि सरकार उसी दिन से कह रही है कि वह जूडा की मांगों पर बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन जूनियर डॉक्टर्स बातचीत नहीं कर रहे हैं.
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सरकार जूडा के खिलाफ सख्त
जूडा के खिलाफ सरकार भी सख्त दिखाई दे रही हैं. ग्वालियर में 46 वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टरों को बर्खास्त कर दिया गया हैं. इससे पहले इंदौर और ग्वालियर के आठ जूनियर डॉक्टरों को बर्खास्त किया गया था. कोर्ट ने भोपाल, इंदौर, रीवा, ग्वालियर, जबलपुर मेडिकल कॉलेज के 24 डॉक्टरों को निष्कासित करने का आदेश दिया था. जूडा ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए सामूहिक इस्तीफे भी दिए हैं.