ETV Bharat / state

MCU ने 23 छात्रों को किया निष्कासित, पूर्व सीएम शिवराज और नेता प्रतिपक्ष ने जताया विरोध

MCU प्रशासन ने प्रोफेसरों के विवादित ट्वीट के बाद उनकी बर्खास्तगी की मांग करने वाले 23 छात्रों को तत्काल निष्कासित कर दिया है. जिसके बाद विश्वविद्यालय के इस फैसले पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विरोध जताया है.

MCU
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय
author img

By

Published : Dec 18, 2019, 5:23 AM IST

Updated : Dec 18, 2019, 8:05 AM IST

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में चल रहा विवाद अब और गहराता जा रहा है. विश्वविद्यालय के दो अनुबंध प्रोफेसरों के विवादित ट्वीट किए जाने के बाद लगातार हंगामे की स्थिति बनी हुई है. जहां एक तरफ विश्वविद्यालय के छात्र इन दोनों प्रोफेसरों को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं, वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने सख्त निर्णय लेते हुए 23 छात्रों को तत्काल निष्कासित कर दिया है.

MCU ने 23 छात्रों को किया निष्कासित

विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गठित की गई जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. अब यह सभी 23 छात्र निष्कासन अवधि में ना तो कक्षा में उपस्थित हो सकते हैं और ना ही इन्हें परीक्षा में शामिल होने का अधिकार मिल पाएगा. साथ ही अब इन 23 छात्रों पर FIR दर्ज करने की भी तैयारी की जा रही है.

MCU Administration Order Copy
MCU प्रशासन का आदेश

विश्वविद्यालय के फैसले पर गरमाई राजनीति

पत्रकारिता विश्वविद्यालय के 23 छात्रों को निष्कासित किए जाने के बाद राजनीति भी गरमा गई है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट करते हुए छात्रों पर की गई कार्रवाई का विरोध किया है और छात्रों का निष्कासन वापस लेने की मांग की है.

  • मेरी मांग है कि माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के छात्रों की सभी जायज़ मांगें मानी जाएँ और उनका निष्कासन तुरंत वापस लिया जाए।

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी ट्वीट करते हुए लिखा है कि विद्यालय द्वारा छात्रों पर कार्रवाई दमनकारी है. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की पढ़ाई करने वाले बच्चों पर की गई यह कार्रवाई तानाशाहीपूर्ण है. कमलनाथ सरकार के एक साल का यही तोहफा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन तत्काल बच्चों का निष्कासन समाप्त करे.

  • माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों पर कार्रवाई निंदनीय और दमनकारी है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की पढ़ाई करने वाले इन बच्चों पर की गई कार्रवाई तानाशाही पूर्ण है। क्या @OfficeOfKNath सरकार के 1 साल का यही तोहफा है? #MCU प्रशासन तत्काल इन बच्चों का निष्कासन समाप्त करें। pic.twitter.com/jMu52fIBVS

    — Gopal Bhargava (Leader of Opposition) (@bhargav_gopal) December 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ मुलाकात की है और मुलाकात के बाद उन्होंने भी ट्वीट करते हुए बताया है कि आज उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय की घटना के बारे में उपराष्ट्रपति को जानकारी दी है.

  • माननीय उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया जी नायडू से भेंट की और अपने संसदीय क्षेत्र भोपाल के श्री माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय की घटना के बारे में पत्र देकर चर्चा की तथा देश की अन्य परिस्थितियों के बारे में भी चर्चा हुई। pic.twitter.com/X1Pb7pz5DI

    — Sadhvi Pragya Official (@SadhviPragya_MP) December 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने भी ट्वीट करते हुए कहा है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का आकार ले रहे इन नौजवानों के भविष्य पर सरकार ने जो कुठाराघात किया है, उसने कमलनाथ के इमरजेंसी स्वभाव की याद दिला दी है. गांधी की माला जपते हो और अमन के साथ दमन का विरोध करने वालों का गला घोंटते हो ये नाइंसाफी है.

  • लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का आकार ले रहे इन नौजवानों के भविष्य पर सरकार ने जो कुठाराघात किया है, उसने कमलनाथ के इमरजेंसी स्वभाव की याद दिला दी है। गांधी की माला जपते हो और अमन के साथ दमन का विरोध करने वालों का गला घोटते हो...नाइंसाफी !! pic.twitter.com/zDm57sTFzv

    — Rahul Kothari Bjp (@RahulKothariBJP) December 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

क्या था पूरा मामला

पत्रकारिता विश्वविद्यालय के अनुबंध प्रोफेसर दिलीप मंडल और मुकेश कुमार ने समाज विशेष को लेकर लगातार कई विवादित ट्वीट किए थे. इससे नाराज छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन किया था. इसे लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी ने पहले तो पुलिस को बुला लिया था, इसके बाद उन पर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में मामला भी दर्ज करवा दिया था. इस दौरान छात्रों की पुलिस ने जमकर पिटाई भी की थी.

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में चल रहा विवाद अब और गहराता जा रहा है. विश्वविद्यालय के दो अनुबंध प्रोफेसरों के विवादित ट्वीट किए जाने के बाद लगातार हंगामे की स्थिति बनी हुई है. जहां एक तरफ विश्वविद्यालय के छात्र इन दोनों प्रोफेसरों को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं, वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने सख्त निर्णय लेते हुए 23 छात्रों को तत्काल निष्कासित कर दिया है.

MCU ने 23 छात्रों को किया निष्कासित

विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गठित की गई जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. अब यह सभी 23 छात्र निष्कासन अवधि में ना तो कक्षा में उपस्थित हो सकते हैं और ना ही इन्हें परीक्षा में शामिल होने का अधिकार मिल पाएगा. साथ ही अब इन 23 छात्रों पर FIR दर्ज करने की भी तैयारी की जा रही है.

MCU Administration Order Copy
MCU प्रशासन का आदेश

विश्वविद्यालय के फैसले पर गरमाई राजनीति

पत्रकारिता विश्वविद्यालय के 23 छात्रों को निष्कासित किए जाने के बाद राजनीति भी गरमा गई है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट करते हुए छात्रों पर की गई कार्रवाई का विरोध किया है और छात्रों का निष्कासन वापस लेने की मांग की है.

  • मेरी मांग है कि माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के छात्रों की सभी जायज़ मांगें मानी जाएँ और उनका निष्कासन तुरंत वापस लिया जाए।

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी ट्वीट करते हुए लिखा है कि विद्यालय द्वारा छात्रों पर कार्रवाई दमनकारी है. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की पढ़ाई करने वाले बच्चों पर की गई यह कार्रवाई तानाशाहीपूर्ण है. कमलनाथ सरकार के एक साल का यही तोहफा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन तत्काल बच्चों का निष्कासन समाप्त करे.

  • माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों पर कार्रवाई निंदनीय और दमनकारी है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की पढ़ाई करने वाले इन बच्चों पर की गई कार्रवाई तानाशाही पूर्ण है। क्या @OfficeOfKNath सरकार के 1 साल का यही तोहफा है? #MCU प्रशासन तत्काल इन बच्चों का निष्कासन समाप्त करें। pic.twitter.com/jMu52fIBVS

    — Gopal Bhargava (Leader of Opposition) (@bhargav_gopal) December 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ मुलाकात की है और मुलाकात के बाद उन्होंने भी ट्वीट करते हुए बताया है कि आज उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय की घटना के बारे में उपराष्ट्रपति को जानकारी दी है.

  • माननीय उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया जी नायडू से भेंट की और अपने संसदीय क्षेत्र भोपाल के श्री माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय की घटना के बारे में पत्र देकर चर्चा की तथा देश की अन्य परिस्थितियों के बारे में भी चर्चा हुई। pic.twitter.com/X1Pb7pz5DI

    — Sadhvi Pragya Official (@SadhviPragya_MP) December 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने भी ट्वीट करते हुए कहा है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का आकार ले रहे इन नौजवानों के भविष्य पर सरकार ने जो कुठाराघात किया है, उसने कमलनाथ के इमरजेंसी स्वभाव की याद दिला दी है. गांधी की माला जपते हो और अमन के साथ दमन का विरोध करने वालों का गला घोंटते हो ये नाइंसाफी है.

  • लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का आकार ले रहे इन नौजवानों के भविष्य पर सरकार ने जो कुठाराघात किया है, उसने कमलनाथ के इमरजेंसी स्वभाव की याद दिला दी है। गांधी की माला जपते हो और अमन के साथ दमन का विरोध करने वालों का गला घोटते हो...नाइंसाफी !! pic.twitter.com/zDm57sTFzv

    — Rahul Kothari Bjp (@RahulKothariBJP) December 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

क्या था पूरा मामला

पत्रकारिता विश्वविद्यालय के अनुबंध प्रोफेसर दिलीप मंडल और मुकेश कुमार ने समाज विशेष को लेकर लगातार कई विवादित ट्वीट किए थे. इससे नाराज छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन किया था. इसे लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी ने पहले तो पुलिस को बुला लिया था, इसके बाद उन पर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में मामला भी दर्ज करवा दिया था. इस दौरान छात्रों की पुलिस ने जमकर पिटाई भी की थी.

Intro:श्रेणी- ए (रेडी टू अपलोड)

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हंगामा करने वाले 23 छात्रों पर गिरी गाज सभी को किया गया निष्कासित पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष ने जताया विरोध

भोपाल | माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में चल रहा विवाद अब और ज्यादा गहरा था नजर आ रहा है विश्वविद्यालय के दो अनुबंध प्रोफेसरों के द्वारा किए गए विवादित ट्वीट के बाद लगातार हंगामे की स्थिति बनी हुई है जहां एक तरफ विश्वविद्यालय के छात्र इन दोनों ही प्रोफेसरों को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं तो वहीं देर शाम विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से सख्त निर्णय लेते हुए 23 छात्रों को तत्काल निष्कासित कर दिया गया है देर शाम जारी किए गए आदेश में बताया गया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा गठित की गई जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्यवाही की गई है अब यह सभी 23 छात्र निष्कासन अवधि में ना तो कक्षा में उपस्थित हो सकते हैं और ना ही इन्हें परीक्षा में शामिल होने का अधिकार मिल पाएगा साथ ही अब इन 23 छात्रों पर एफ आई आर दर्ज करने की भी तैयारी की जा रही है



Body:पत्रकारिता विश्वविद्यालय के 23 छात्रों को निष्कासित किए जाने के बादराजनीति भी गरमा गई है प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट करते हुए छात्रों पर की करें कार्यवाही का विरोध किया है और छात्रों का निष्कासन वापस लेने की मांग की है उन्होंने अपने ट्वीट के माध्यम से लिखा है कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में छात्रों को जायज मांगे उठाने पर निष्कासित कर दिया गया है यह बच्चों की आवाज दबाने वाला लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास है छात्रों को निष्कासित कर उनके भविष्य को तबाह करने के षड्यंत्र को हम कामयाब नहीं होने देंगे मेरी मांग है कि माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के छात्रों की सभी जायज मांगे मानी जाएं और उनका निष्कासन तुरंत वापस लिया जाए तो वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी ट्वीट करते हुए लिखा है कि विद्यालय द्वारा छात्रों पर कार्यवाही और दमनकारी है लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की पढ़ाई करने वाले बच्चों पर की गई कार्यवाही तानाशाही पूर्ण है कमलनाथ सरकार के 1 साल का यही तोहफा है विश्वविद्यालय प्रशासन तत्कालीन बच्चों का निष्कासन समाप्त करें
भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ मुलाकात की है और मुलाकात के बाद उन्होंने भी ट्वीट करते हुए बताया है कि आज उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय की घटना के बारे में उन्हें जानकारी दी है


बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने भी ट्वीट करते हुए कहा है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का आकार ले रहे इन नौजवानों के भविष्य पर सरकार ने जो कुठाराघात किया है उसने कमलनाथ के इमरजेंसी स्वभाव की याद दिला दी है गांधी की माला जपते हो और अमन के साथ दमन का विरोध करने वालों का गला घोटते हो या नाइंसाफी है

Conclusion:बता दें कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय के अनुबंध प्रोफेसर दिलीप मंडल और मुकेश कुमार ने समाज विशेष को लेकर लगातार कई विवादित ट्वीट किए थे इससे नाराज छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन किया था इसे लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी ने पहले तो पुलिस को बुला लिया था इसके बाद उन पर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में मामला भी दर्ज करवा दिया था इस दौरान छात्रों की पुलिस ने जमकर पिटाई भी की थी


इस मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच कमेटी का गठन किया था जांच कमेटी ने घटना के दिन के विश्वविद्यालय में लगे सीसीटीवी फुटेज भी देखे थे इसके आधार पर 23 छात्रों को चिन्हित किया गया था जांच कमेटी ने यह रिपोर्ट 10 सदस्य अनुशासन कमेटी को सौंप दी थी . इस मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर अनुशासन कमेटी ने दोषी छात्रों पर कार्यवाही की है .
Last Updated : Dec 18, 2019, 8:05 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.