भोपाल। महापौर आलोक शर्मा ने एमआईसी मेंबर्स के साथ आर्च ब्रिज पर धरना दिया. ब्रिज का काम तय समय में नहीं होने का आरोप लगाते हुए महापौर और कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, जबकि दूसरी ओर इसके विरोध में कांग्रेस की स्थानीय पार्षद शाबिस्ता जकी ने अपने समर्थकों के साथ महापौर आलोक शर्मा का पुतला फूंका.
महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार के कार्यकाल में आर्च ब्रिज का निर्माण शुरू किया गया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार रोड़े अटकना शुरू कर दिय है. उन्होंने कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार विकास कार्यों में जानबूझकर बाधा डाल रही है, ताकि भोपाल नगर निगम को बदनाम किया जा सके. महापौर का आरोप है कि सरकार ये नहीं चाहती की बीजेपी सरकार में जो कार्य शुरू किए गए हैं. वो पूरे किए जाएं. आलोक शर्मा ने ये भी चेतावनी दी है कि अगर रानी कमलापति की प्रतिमा का लोकार्पण नहीं किया गया तो वे खुद भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के साथ मिलकर प्रतिमा का लोकार्पण करेंगे.
महापौर के धरने की सूचना मिलते ही स्थानीय कांग्रेसी पार्षद शबिस्ता जकी मौके पर पहुंच गईं और अपने समर्थकों के साथ मिलकर महापौर आलोक शर्मा का पुतला दहन किया. जकी ने आरोप लगाया कि महापौर आलोक शर्मा जब से भोपाल के मेयर बने हैं, तब से विनाश के कार्य किए हैं और जानबूझकर सियासत करने की कोशिश कर रहे हैं. जकी ने ये आरोप लगाया कि शर्मा अपनी नाकामी छिपाने लिए प्रदर्शन कर रहे हैं.