भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को सही तरीके से स्थापित किए जाने के लिए मास्टर प्लान 2031 का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है. जिसके बाद प्रशासन ने प्लान से जुड़ी त्रुटियों के लिए दावे आपत्ति बुलाई और अब सभी दावे आपत्तियों पर सुनवाई शुरू कर दी गई हैं, लेकिन शहर को सही रूप से बसाने के लिए बनाए गए मास्टर प्लान 2031 पर एक बार फिर नए सिरे से सुनवाई शुरू हो गई है.
भोपाल की शहरी जमावट को सजाने के लिए बनाया गया मास्टर प्लान 2031 अब अपने अंतिम चरण की प्रक्रिया में पहुंच गया है और मास्टर प्लान पर आए दावे आपत्तियों पर सुनवाई शुरू कर दी गई है. इस सुनवाई में राजधानी भोपाल के जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए हैं, तो अधिकारी भी राजधानी को सही तरीके से बसाने के लिए मास्टर प्लान आवश्यक बता रहे हैं.
- राजधानी भोपाल के मास्टर प्लान 2031 पर सुनवाई शुरू
- पहले चरण में 400 से अधिक दावे आपत्तियों पर सुनवाई
- सुनवाई में अधिकारियों के साथ शामिल हो रहे जनप्रतिनिधि
- लोगों के दावे आपत्तियों पर चर्चा के साथ कर रहे निराकरण
- प्लान से जुड़ी समस्याओं की सुनवाई के लिए बनी समिति
- टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने बनाई समिति
- समिति में 70 लोगों को बनाया गया सदस्य
- कांग्रेस और बीजेपी ने मास्टर प्लान को बताया महत्वपूर्ण
- भोपाल के विकास और सही जमावट के लिए बताया जरूरी
- त्रुटियों के समाधान के बाद ही फाइनल होगा मास्टर प्लान
मास्टर प्लान को लेकर शुरू हुए दावे आपत्ति के दौर में शामिल आरटीआई एक्टिविस्ट का कहना है कि प्लान में कुछ गलतियां सामने आई थीं, जिस पर आपत्ति के बाद जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप से निराकरण करने की बात कही गई है.
वहीं राजनीतिक दल के जनप्रतिनिधियों ने भी राजधानी भोपाल के विकास में मास्टर प्लान को महत्वपूर्ण बताया है. बीजेपी विधायक कृष्णा गौर और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने प्लान की महत्ता बताते हुए समस्याओं के निराकरण करने के बाद ही लागू करने की बात कही है.
राजधानी भोपाल को सही ढंग से बसाने के लिए मास्टर प्लान की आवश्यकता पर जिला कलेक्टर ने जोर दिया है. उनका कहना है कि मास्टर प्लान में होने वाली गलतियों के लिए दावे आपत्तियां बुलाई जाती हैं. जिससे सभी की समस्या का निराकरण करते हुए, प्लान फाइनल किया जा सके और जब भी प्लान फाइनल होगा, सभी के समस्याओं का निराकरण करके ही होगा.
राजधानी भोपाल की सही जमावट और बसावट के लिए बनाए गए मास्टर प्लान को कब लागू किया जाएगा, ये तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन इतना जरूर है कि अगर सही तरीके से प्लान लागू होगा तो राजधानी कि कई समस्या का समाधान आने वाले समय में होगा.