भोपाल। हाई कोर्ट के 24 घंटे के काम पर लौटन के अल्टीमेटम के बाद मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टरों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया. प्रदेश के 3000 से ज्यादा पीजी डॉक्टर्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक साथ इस्तीफे की घोषणा कर दी. इसके अलावा जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का भी ऐलान कर दिया है. सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की घोषणा करने के बाद जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने मरीजों को हो रही परेशानी के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
सरकार और जूनियर डॉक्टरों के बीच का विवाद थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है. सरकार ने एस्मा लगाने के साथ ही जूनियर डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी की थी. इसके अलावा हाई कोर्ट ने जूनियर डॉक्टर्स को 24 घंंटे में काम पर लौटने के निर्देश दिए थे. हाई कोर्ट ने डॉक्टर्स की हड़ताल को गैरकानूनी बताया था. इधर जूनियर डॉक्टर्स ने हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की भी तैयारी कर ली है.
Juda Strike: HC के आदेश से भी नहीं झुके डॉक्टर्स, प्रदेशभर में इस्तीफे
सीएम करें इस मामले में हस्तक्षेप
जूनियर डॉक्टरों ने इस मामले को लेकर सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सारे पदाधिकारियों ने गुरुवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस की और सामूहिक इस्तीफा देने की घोषणा की. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद मीणा ने मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है. जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि कई महीनों पहले ही सरकार के सामने मांगे रखी जा चुकी थी. इसके बाद भी सरकार ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया. इसलिए सामूहिक इस्तीफा ही अंतिम फैसला है.