भोपाल। राजधानी भोपाल में कोरोना से स्वस्थ हुए लोगों को कई सलाह दी गई. कोविड संक्रमण से स्वस्थ होने के बाद कुछ रोगियों में थकान, शारीरिक दर्द, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण मिल रहे हैं. इसलिए उन्हें कुछ निर्देश और सावधानी बरतना आवश्यक है.
कोरोना एक वायरस जनित रोग है. एक संक्रामक रोग है. इसका जितना ज्यादा इलाज किया जा रहा है. उतने ही नित नए साक्ष्य इसके विषय में मिल रहे हैं. नए साक्ष्यों के आधार पर इसके उपचार संबंधी दिशा-निर्देशों को जारी किया गया है. राजधानी सहित पूरे प्रदेश में कोरोना से काफी लोग जंग लड़ रहे हैं. वह काफी लोग उससे ठीक होकर सुरक्षित अपने घर पहुंच गए हैं आज पूरे प्रदेश में 94,620 लोग स्वस्थ हो कर घर पहुंच गए है. लेकिन स्वस्थ होने के बाद भी कई मरीजों को कुछ स्वास्थ संबंधी परेशानियां आ रही हैं. जैसे लगातार सूखी खांसी या गले में खराश जैसे लक्षण होने पर नमक युक्त गुनगुने पानी से गरारे या भाप लेने से आराम मिलता है. खांसी संबंधी औषधियां एलोपैथिक डॉक्टर या आयुष चिकित्सक के परामर्श अनुरूप ही लेने की सलाह दी गई है.
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तेज बुखार, सांस की कठिनाई, ऑक्सीजन सैचुरेशन/(spo-2),95 प्रतिशत होना, छाती में दबाव या जकड़न, हाल ही में मानसिक भ्रम की शिकायत होना, कमजोरी आदि के लक्षणों के प्रति सजगता रखी जाए और उपरोक्त में से कोई भी लक्षण होने पर तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लिया जाए. कोविड संक्रमण से स्वस्थ हुए रोगियों के लिए दिशा-निर्देश दिए गए.
कोविड-19 के गंभीर संक्रमण और को-मॉर्बिड रोग युक्त व्यक्तियों में रिकवरी अवधि प्राय: अन्य रोगियों की तुलना में अधिक समय लेती है. ऐसे रोगियों की सुदृढ़ और नियमित फॉलो-अप जिला कोविड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर के चिकित्सकों के द्वारा किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर फिर से जांच कराई जाएगी.