भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हुए फर्जी राशन कार्ड घोटाले की मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है. इस पूरे मामले में जिम्मेदारों के बयान दर्ज किए गए, इनमें अधिकतर जिम्मेदार ने अपने बयान में ये बताया है कि, उनकी बगैर अनुमति के सहायक राशन कार्ड घर ले गया था. आरोपी सहायक ने अपने बयान में कहा है कि, दफ्तर में लंबित मामले ज्यादा थे. इसलिए वो कार्ड घर लेकर गया, ताकि घर पर काम किया जा सके. इस पूरे मामले में कलेक्टर कार्यालय के दो से तीन अधिकारी शक के घेरे में हैं.
जल्द जांच पूरी की जाएगी
भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने इस पूरे मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे, अविनाश के संबंध में कहा है कि, एडीएम को जांच के आदेश दिए गए हैं, सारे कागज मंगवा लिए गए हैं इसमें बहुत ही जल्दी प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे, जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी
500 का राशन कार्ड मिले थे
राजधानी के बजरिया थाने में रहने वाले एक सेल्समैन के घर से सात नवंबर को छापामार कार्रवाई के दौरान 500 राशन कार्ड बरामद किए गए थे, इसमें अधिकांश बीपीएल राशन कार्ड थे, अधिकारियों के साइन और सील लगे हुए थे, सभी राशन कार्ड प्लेन थे, इनमें किसी का नाम दर्ज नहीं था.