भोपाल। पूर्व विधायकों के स्नेह सम्मेलन में पुराने नेताओं की पीड़ा सामने आ गई. पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार ने कहा कि पूर्व विधायकों का ये हाल है कि शिव के नंदी का तो सम्मान होता है लेकिन हमारा हाल बदहाल है. ये पीड़ा पूर्व मंत्री शेजवार की नहीं बल्कि ज्यादातर विधायकों की है. इनका कहना है कि उन्हें सरकारी कार्यक्रमों की तो बात दूर, अपनी पार्टी के कार्यक्रमों में ही तवज्जो नहीं मिलती. पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने भी गौरीशंकर शेजवार का समर्थन करते हुए कहा कि हम भी जनप्रतिनिधि रहे हैं. हमारा भी एक प्रोटोकॉल तय होना चाहिए.
हम अभी भी जीत सकते हैं चुनाव : कई पूर्व विधायकों कहना कि वे अभी भी जनता के बीच एक्टिव हैं, लेकिन हमे दोबारा पार्टी ने टिकट नहीं दिया. जुनारदेव से पूर्व विधायक रामदास उईके ने मांग की है कि पार्टी उन्हें फिर से टिकट दे, वे अभी भी दावेदार हैं. लेकिन चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस, दोनों पार्टियां हम जैसे लोगों को रिटायर समझती हैं. उन्होंने दावा किया कि हम अभी भी जीत सकते हैं. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने पूर्व विधायकों को बताया कि विधानसभा ने उनके लिए क्या किया. वहीं, पूर्व विधायकों ने सुविधाओं में बढ़ोतरी की मांग की है.
Must Read: ये खबरें भी पढ़ें... |
पूर्व विधायकों को ये सुविधाएं हैं : यह भी बताया गया कि विश्राम गृह में पूर्व विधायकों के लिए माह में 6 दिवस ठहरने और निःशुल्क स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई है. विधायक विश्राम गृह में 25 कमरे पूर्व विधायकों के लिए आरक्षित हैं. पूर्व विधायकों को प्रोटोकॉल में शामिल किया जाएगा. फास्ट टैग और फर्स्ट एसी में यात्रा की पात्रता की मांग की जाएगी. पूर्व विधायकों को प्रोटोकॉल में शामिल किए जाने हेतु विधानसभा से अनुशंसित पत्र शासन को भेजा गया है. यह भी बताया गया कि विश्राम गृह में 5 कमरे पूर्व महिला विधायकों के लिए आरक्षित किए गए हैं. भोजनालय में सदस्यों की भांति पूर्व विधायकों के लिए भी पृथक से बैठने की व्यवस्था की गई है.