प्रदेश में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. सरकार ने बैतूल, रतलाम, खरगोन, कटनी में 9 दिन का लाॅक डाउन लगा दिया है. छिंदवाड़ा में आज शाम छह बजे से और बाकी चार जिलों में नौ अप्रेल की शाम छह बजे से लाॅक डाउन शुरू होगा.
मध्यप्रदेश के सभी शहरों में शुक्रवार की शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक यानि 60 घंटे तक पूर्ण तालाबंदी रहेगी, कोरोना के बढ़ते संक्रमण से निपटने के लिए सरकार ने ये फैसला लिया है.
गरीबों को मुफ्त मिलेगा रेमडेसिविर इंजेक्शन, ये है नई गाइडलाइन
प्रदेश में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग भी अब तेजी से बढ़ने लगी है. प्रदेश सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की बढ़ती मांग को देखते हुए इसके इस्तेमाल को लेकर कई निर्देश जारी किए हैं. सरकार इसे लेकर गाइडलाइन जारी करते हुए कहा कि इसका इस्तेमाल अब केवल गंभीर मरीजों पर ही किया जाएगा.
एमपी के जबलपुर में रेमडेसिविर इंजेक्शन कि भारी किल्लत चल रही है, जिसके चलते अस्पतालों में इंजेक्शन की कालाबाजारी भी हो रही है. रेमडेसिविर 700 रुपये का इंजेक्शन अस्पतालों में 10,000 रुपये तक में बेचा जा रहा है.
रीवा जिले में एक व्यक्ति ने बंदूक की नोक पर अपने ही परिवार के सदस्यों को बंधक बना लिया. पुलिस उसे लगातार समझाती रही. इस दौरान वो बीच-बीच में फायरिंग भी करता रहा. आखिर 12 घंटे बाद इस ड्रामे का अंत हुआ.
पूरा मध्य प्रदेश इन दिनों कोरोना से संक्रमित होता दिखा रहा है. कोरोना वार्ड में मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है. इस संकट से उबरने के लिए कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा रही है. लेकिन संक्रमितों का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच एमपी के कई जिलों में टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है. लेकिन छिंदवाड़ा-शाजपुर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.
एमपी के भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्चुअल माध्यम से प्रदेश में 1891 सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योगों का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि इन इकाइयों से 50,726 युवाओं को रोजगार मिलेगा.
भोपाल में गुरुवार को दमोह उपचुनाव के प्रचार प्रसार के दौरान भाजपा प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने दावा किया है कि पांचों राज्य में भाजपा की ही सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कम होते-होते गायब हो जाएगी.
बुंदेलखंड मेडिकल कालेज में आक्सीजन सप्लाई पर सागर कमिश्नर की सफाई, कहा - आक्सीजन पर्याप्त. मौतों का कारण आक्सीजन की कमी नहीं.
कोरोना काल में BMC में संकट. लिक्विड ऑक्सीजन दो दिन से खत्म है. सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई सेंटर की नोजल फटने से ऐसा हुआ है. 13 बच्चों को जिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया.