भोपाल। राजधानी भोपाल में शुरू हुई 65वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के शुभारंभ कार्यक्रम में खेल मंत्री जीतू पटवारी पहुंचे, जहां उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए जूनियर और सीनियर स्तर पर मध्यप्रदेश ओलंपिक का आयोजन किया जाएगा.
खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर साल होगा मध्यप्रदेश ओलंपिक का आयोजन: खेल मंत्री - madhya pradesh olympics
भोपाल में 65वें राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के शुभारंभ में खेल मंत्री जीतू पटवारी टीटी नगर स्टेडियम पहुंचे, जहां उन्होंने मध्यप्रदेश ओलंपिक के आयोजन की घोषणा की.
मध्यप्रदेश ओलंपिक्स का होगा आयोजन
भोपाल। राजधानी भोपाल में शुरू हुई 65वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के शुभारंभ कार्यक्रम में खेल मंत्री जीतू पटवारी पहुंचे, जहां उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए जूनियर और सीनियर स्तर पर मध्यप्रदेश ओलंपिक का आयोजन किया जाएगा.
Intro:भोपाल- राजधानी भोपाल में शुरू हुई 65वी राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के शुभारंभ कार्यक्रम में खेल मंत्री जीतू पटवारी पहुंचे जहां उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए जूनियर और सीनियर स्तर पर मध्यप्रदेश ओलंपिक्स का आयोजन किया जाएगा।
Body:खेल मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि हम चाहते हैं कि प्रदेश में खेलों को बढ़ावा मिले जिसके लिए जल्द ही मध्यप्रदेश ओलंपिक्स का आयोजन किया जाएगा जो कि हर साल होगा जिसमें स्कूली स्तर और सीनियर स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
स्कूली स्तर पर होने वाले प्रतियोगिता में स्कूल शिक्षा विभाग का 50% योगदान रहेगा।
Conclusion:मध्य प्रदेश का खेल विभाग और स्कूल शिक्षा विभाग में चाहता है कि यहां के अभिभावकों का मानस ऐसा बनी कि वह अपने बच्चों को खेल में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करें इसी को ध्यान में रखते हुए इस ओलंपिक का आयोजन किया जाना है।
Body:खेल मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि हम चाहते हैं कि प्रदेश में खेलों को बढ़ावा मिले जिसके लिए जल्द ही मध्यप्रदेश ओलंपिक्स का आयोजन किया जाएगा जो कि हर साल होगा जिसमें स्कूली स्तर और सीनियर स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
स्कूली स्तर पर होने वाले प्रतियोगिता में स्कूल शिक्षा विभाग का 50% योगदान रहेगा।
Conclusion:मध्य प्रदेश का खेल विभाग और स्कूल शिक्षा विभाग में चाहता है कि यहां के अभिभावकों का मानस ऐसा बनी कि वह अपने बच्चों को खेल में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करें इसी को ध्यान में रखते हुए इस ओलंपिक का आयोजन किया जाना है।