भोपाल। उत्तर की ओर से आ रही बर्फीली हवाओं से पूरा प्रदेश कांप उठा है. राजधानी भोपाल में शीतलहर चल रही है और पारा लगातार 5.3 डिग्री तक पहुंच रहा है. ये सामान्य से 5.3 डिग्री कम है. प्रदेश के 10 शहरों में पारा 4 डिग्री सेल्सियस और 15 शहरों में 6 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया है. रात का तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा कहीं भी दर्ज नहीं किया गया है. सभी जगह ठंड का असर दिखाई देने लगा है. लोग भी ऐसे ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक दिसंबर के अंत में उत्तरी गोलार्ध में सबसे छोटे होते हैं. इसलिए सूर्य की किरणें कम समय के लिए धरती तक पहुंचती है, इससे धरती को एनर्जी कम मिलती है, क्योंकि वेस्टर्न डिस्टरबेस भी उत्तरी गोलार्ध में रहता है, जब ये पूर्व की ओर चला जाता है तो उत्तरी भारत में बर्फबारी होने लगती है, इसी सीजन में प्रदेश में हवा भी उत्तर से ही आती है, इसलिए कड़ाके की ठंड पड़ती है.
अभी 2 दिन और भोपाल, उज्जैन, इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा, शहडोल में शीतलहर का असर लगातार जारी रहेगा तो वहीं होशंगाबाद, सागर, रीवा, शहडोल, ग्वालियर, चंबल संभाग में कहीं-कहीं पाले का असर भी दिखाई देगा.
शहर में भी शीतलहर का असर लोगों पर दिखाई देने लगा है. लगातार कम हो रहा तापमान लोगों के लिए परेशानी भी खड़ी कर रहा है. लेकिन ऐसी स्थिति से निपटने के लिए लोग अब अलाव का सहारा लेते नजर आ रहे हैं. देर रात लोगों के द्वारा अलाव तापना अब आम बात से लगने लगी है. यहां वहां लोगों का डेरा आग तापते हुए दिखाई दे जाएगा. जहां एक तरफ ठंड की वजह से सड़कें सूनी नजर आ रही हैं तो वहीं लोग भी लकड़ियां इकट्ठी कर उन्हें जलाकर ठंड से अपना बचाव कर रहे हैं लगातार पड़ रही शीतलहर का असर कुछ ऐसा है कि लोग घर में ही रहना ज्यादा पसंद कर रहे हैं.
ठंड से बचने के लिए आग ताप रहे लोगों का कहना है कि जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में ठंड ने अपना असर दिखाया है, उससे जनजीवन पर काफी असर पड़ा है. लोग सड़कों पर कम ही दिखाई देते हैं. ठंड से बचने के लिए हम लोग भी लकड़ियों को एकत्रित कर अलाव जला रहे हैं ताकि ठंड से कुछ निजात मिल सके.
लगातार पड़ रही ठंड का असर अब ट्रेनों की आवाजाही पर भी पड़ने लगा है, सुबह के समय कोहरे की वजह से ट्रेनों के आने के समय में काफी परिवर्तन दिखाई देने लगा है. कई ट्रेनें अपने समय से काफी लेट चल रही हैं.