भोपाल| मध्य प्रदेश में हुए पौधारोपण घोटाले को लेकर प्रदेश सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है. कमलनाथ सरकार जल्द ही 4 मंत्रियों की एक समिति गठित कर सकती है. यह समिति प्रदेश में पिछले कुछ सालों में हुए घोटालों को परत दर परत खोलने का काम करेगी. वन मंत्री उमंग सिंघार का कहना है कि समिति की रिपोर्ट आने के बाद सभी आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही क्यों ना हों.
मंत्री उमंग सिंघार का कहना है कि विधायक दल की बैठक में पौधारोपण घोटाले की जांच के लिए समिति बनाने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से बजट सत्र में सभी लोगों का सहयोग प्राप्त हुआ है और बजट काफी अच्छे से पारित हुआ है, उसे लेकर मुख्यमंत्री ने सभी को बधाई दी है. उन्होंने सभी विधायकों को विधानसभा में उपस्थित रहने के लिए भी कहा है.
वहीं तत्कालीन शिवराज सरकार में किए गए पौधारोपण घोटाले को लेकर बनाई गई कमेटी के संदर्भ में वन मंत्री ने कहा कि अभी समिति बनी नहीं है. मंत्री उमंग सिंघार ने कहा कि समिति में वित्त मंत्री समेत चार अन्य मंत्री रहेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश के बड़े घोटालेबाज हैं, जो मंत्रालय में गलत अनुमोदन देते हैं उन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि छोटा व्यक्ति तो आदेश का केवल पालन करता है, लेकिन जो पैसों की असल बंदरबांट करते हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए, भले ही वे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही क्यों ना हों. उमंग सिंघार ने कहा कि विधायक दल की बैठक में किसी भी तरह की कोई मायूसी नहीं थी. बता दें कि मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित की गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में करीब 90 विधायक ही उपस्थित हुए थे, बाकी के विधायक नदारद रहे हैं .