भोपाल। मध्यप्रदेश में नए साल की शुरुआत शिक्षा में बेहतरी के साथ हुई है. साक्षरता का मूल्यांकन करने केंद्र सरकार ने परीक्षा ली थी. इस परीक्षा में महिलाओं ने पुरुषों के बराबर सफलता हासिल की है. परीक्षा में शामिल महिलाओं में से 80 फ़ीसदी उत्तीर्ण हुईं हैं. वहीं पुरुषों की सफलता का प्रतिशत भी इतना ही रहा है.
महिलाओं की सफलता से उत्साहित प्रदेश सरकार ने स्कूलों में लड़कियों को रोजगार की ट्रेनिंग देने की तैयारी भी की है. हाल ही में हुई साक्षरता परीक्षा में प्रदेश से 47 लाख 9333 लोग शामिल हुए थे. जिसमें 18 लाख 97 हजार 382 पुरुष और 28 लाख 11951 महिलाओं ने परीक्षा में हिस्सा लिया था. इस परीक्षा में 38 लाख 26 हजार 564 लोग उत्तीर्ण हुए हैं. यानी सफलता का प्रतिशत करीब 80 फ़ीसदी रहा है.
जिसमें से 22 लाख 84 हजार 945 महिलाएं पास हुई हैं. 15 लाख 41 हजार 619 पुरुषों ने सफलता हासिल की है. प्रदेश सरकार बेटियों के रोजगार के लिए विशेष प्रयास कर रही है. हर जिले में हाई सेकेंडरी की 50- 50 बच्चियों को पुलिस की ट्रेनिंग दी जा रही है. लड़कियों को खेलों से जोड़ने के लिए भी अलग से स्कूल शिक्षा विभाग ने 70 करोड़ रुपए का बजट जिलों को दिया है. लड़कियों को दूसरे रोजगार के लिए भी उनकी रूचि के अनुसार ट्रेनिंग देने की तैयारी की जा रही है.
वहीं सफलता को लेकर प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी भी काफी खुश नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है. साक्षरता परीक्षा में पुरुषों के बराबर महिलाएं पास हुई हैं. अन्य लड़कियों के लिए रोजगार ट्रेनिंग देने की भी शुरुआत की है. वहीं मिशन 1000 को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभी इस पर काम चल रहा है. इसलिए अभी फिलहाल इसमें किसी भी प्रकार का शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू नहीं किया गया है. इसे अभी मूल रूप लेने में समय है, अभी फिलहाल शिक्षकों को प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा है.
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर मंत्री ने कहा कि यह सब तो हाईकमान ही निर्णय करेगा. किसे प्रदेश अध्यक्ष बनाना है जो उनके शुभचिंतक हैं, वह तो मांग करेंगे ही इसमें कुछ गलत नहीं है.