भोपाल। मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव की वोटिंग का समय समाप्त हो गया है. शाम 6 बजे तक 69.93 फीसदी वोटिंग हुई है. सबसे ज्यादा आगर में 83.75 फीसदी मतदान हुआ है. वहीं सबसे कम ग्वालियर ईस्ट में 48.15 प्रतिशत वोट डाले गए हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में वर्तमान 28 सीटों पर करीब 72.92 फीसदी मतदान हुआ था. लेकिन इस बार के उपचुनाव में करीब 69.93 फीसदी मतदान हुआ है. इससे पता चल रहा है कि इस बार मतदान पर्सेंटेज में गिरावट दर्ज की गई है.
मुरैना जिले की पांच विधानसभा सीटों पर वोटिंग पर्सेंटेज
जिले की पांच विधानसभाओं जौरा, अंबाह, मुरैना, दिमनी व सुमावली में 2018 के विधानसभा चुनाव में 59.20 फीसदी मतदान हुआ था. लेकिन इस बार उपचुनाव में वोटिंग प्रतिशत गिरकर 51.29 हो गया है. इससे माना जा रहा है कि करीब 7.91 फीसदी वोटिंग पर्सेंटेज में गिरावट दर्ज की गई है.
ग्वालियर जिले समेत अन्य विधानसभाओं में भी गिरा वोटिंग प्रतिशत
ग्वालियर जिले की तीन विधानसभा सीट डबरा, ग्वालियर पूर्व और ग्वालियर में टोटल 54.86 फीसदी मतदान हुआ. जो 2018 विधानसभा की तुलना में 7.76 फीसदी कम है. इसके अलावा शिवपुरी जिले की पोहरी और करैरा विधानसभा सीट पर 2018 के मुकाबले 3.27 की गिरावट आई है. गुना की बमोरी विधानसभा में 0.43, अशोकनगर जिले की मुंगावली और अशोकनगर सीट पर 0.95 फीसदी मतदान में गिरावट आई है.
बाकी सीटों पर मतदान पर्सेंटेज घटा
इसके अलावा सुरखी में 4.93, अनूपपुर में 8.19, सांची में 5.52, आगर में 2.06, हाटपिपल्या में 4.54, बदनावर में 2.28, सांवेर में 6.09 सुवासरा में 2.02, नेपानगर में 1.7, बड़ा मलहरा में 3.91, मांधाता में 5.07 और ब्यावरा में 0.19 फीसदी वोटिंग पर्सेंटेज में गिरावट दर्ज की गई है.
दतिया जिले की भांडेर विधानसभा में वोटिंग पर्सेंटेज बढ़ा
भांडेर विधानसभा सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस उपचुनाव में वोटिंग प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है. भांडेर में 2018 के विधानसभा चुनाव में 69.14 फीसदी मतदान हुआ था. जो इस उपचुनाव में 71.59 फीसदी रहा. इस तरह भांडेर विधानसभा सीट के वोटिंग पर्सेंटेज में 2.45 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
क्यों घटा वोटिंग पर्सेंटेज
मध्यप्रदेश के सियासी इतिहास में पहली बार 28 सीटों पर एक साथ उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई है. ऐसा अनुमान है कि 2018 की तुलना में वोटिंग पर्सेंटेज कम रहेगा. क्योंकि कोरोना संक्रमण, ग्वालियर चंबल में इलेक्शन के दौरान हुई घटनाएं और जनता की नाराजगी जैसी वजहों के चलते मतदान पर्सेंटेज में गिरावट हुई है. हालांकि ये गिरावट करीब 3 फीसदी से लेकर 5 फीसदी रह सकती है.
वोटिंग के दौरान हिंसा
चंबल अंचल के भिंड और मुरैना में वोटिंग के दौरान हिंसा भी हुई. दोनों जिलों में चुनाव के दौरान कई जगह फायरिंग हुई. भिंड के मेहगांव विधानसभा के लिलोई गांव में कुछ लोगों ने ईवीएम में भी तोड़फोड़ कर दी. मुरैना के जौरी गांव में पूर्व सांसद बाबूलाल सोलंकी के निवास पर भी फायरिंग हुई है.
बीजेपी नेता समेत तीन लोगों पर मामला दर्ज
बमोरी क्षेत्र में घूमने पर गुना के बीजेपी जिलाध्यक्ष गजेंद्र सिकरवार समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मुरैना जिले में सुमावली विधानसभा सीट के कासपुरा और खनेता गांव में फायरिंग की घटना हुई. इसमें एक महिला को गोली लगी. जौरा में बाहुबलियों ने मतदान रोकने की कोशिश की.
ईवीएम पर उठे सवाल
कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर EVM से वोटिंग करवाने पर सवाल उठाए हैं. जिस पर सीएम शिवराज सिंह ने पटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पहले ही हार की भूमिका बनाने लगी है.
10 नवंबर को मतगणना
3 नवंबर को कुल 9 हजार 361 केंद्रों पर वोटिंग हुई. 10 नवंबर को विधानसभा क्षेत्र/जिला मुख्यालय पर काउंटिंग होगी. कुल 355 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. मतदान के लिए 13 हजार 115 बैलट यूनिट, 13 हजार 115 कंट्रोल यूनिट और 14 हजार 50 वीवीपैट हैं.
नोटः उपर्युक्त आंकड़े अभी फाइनल नहीं हैं. अभी चुनाव आयोग द्वारा फिलहाल आखरी आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं.