भोपाल। कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश सरकार ने गरीब परिवारों के लिए दो महीने का राशन एक साथ देने की व्यवस्था की है. राशन दुकानों में इस निर्णय के बाद राशन लेने के लिए लोगों की लंबी लाइन लग रही है लेकिन इस दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए लोग एक-दूसरे से सटकर खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं लेकिन उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है.
सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हो रहा पालन
कोरोना कर्फ्यू के दौरान शासन ने सभी दुकानदार विक्रेता और प्रबंधकों को कोविड-19 की गाइडलाइन का पूर्ण रूप से पालन करने के निर्देश दिए थे लेकिन राजधानी की राशन दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है. उपभोक्ताओं का कहना है कि राशन दुकान सुबह नौ बजे से खुलनी चाहिए लेकिन दुकान 11 बजे तक खुलती हैं, जिसके कारण भीड़ बढ़ जाती है. इसके बाद भी बहुत से लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है.
पहले राशन कार्ड जमा करा रहे
उपभोक्ताओं का कहना है कि दुकान संचालक पहले राशन कार्ड जमा करा रहे हैं और फिर अगले कुछ दिनों में उन राशन कार्ड धारकों को ही राशन दिया जाता है. जिन लोगों का राशन कार्ड जमा नहीं हैं उनको राशन नहीं दिया जा रहा है. घंटों खड़े रहने के बाद भी बिना राशन के लौटना पड़ रहा है. सभी को 25 अप्रैल को आने का कह रहे हैं लेकिन 25 को भी राशन मिलेगा या नहीं यह नहीं बताया.
जितना आवंटन उतना बांट दिया
दुकान संचालक का कहना है कि शासन द्वारा जितना आवंटन किया गया है, उतना राशन बांट रहे हैं. दो माह का राशन बांटा जा रहा है. लोग दूसरी दुकान से भी जाकर राशन ले सकते हैं लेकिन लोग यहां लाइन लगाकर खड़े रहते हैं.
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पीडीएस दुकानों से दो माह का राशन
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 में शामिल पात्र परिवारों के लिए शासन ने कोरोना संक्रमण के इस दौर में अप्रैल और मई 2021 का एकमुश्त खाद्यान्न, शक्कर, नमक का आवंटन जारी किया है. जिन परिवारों द्वारा अप्रैल माह की सामग्री ले ली गई है. उन परिवारों को माह मई की सामग्री का वितरण अप्रैल में किया जाना है.
यह भी जानें
- राजधानी में 400 से अधिक राशन दुकानें हैं.
- करीब 3 लाख से अधिक परिवारों को राशन वितरण होता है.
- राशन दुकान खुलने का समय सुबह 9 से 1 बजे और दोपहर बाद 3 से शाम 7 बजे तक होता है.