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खादी ग्राम उद्योग के डिप्टी डायरेक्टर और प्रबंधक रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

पुलिस ने जाल बिछाकर डिप्टी डायरेक्टर और प्रबंधक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है.

छानबीन करती पुलिस.
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Published : Feb 5, 2019, 1:54 PM IST

भोपाल। राजधानी के अरेरा हिल्स पर बने खादी ग्राम उद्योग के मुख्यालय में अपने ही विभाग के कर्मचारी से रिश्वत लेते हुए विभाग के डिप्टी डायरेक्टर और प्रबंधक को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. देर रात हुई इस कार्रवाई के चलते खादी ग्राम उद्योग के कर्मचारियों के भी हाथ-पांव फूले हुए हैं.

छानबीन करती पुलिस.
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जानकारी के मुताबिक आरोपी द्वारा अपने जूनियर अधिकारी उसे नौकरी पर वापस रखने के लिए रिश्वत मांगी गई थी. पीड़ित ने इस बात की सूचना लोकायुक्त में दे दी. जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछा कर आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित शालिगराम कोली डिप्टी डायरेक्टर के पद पर खादी ग्राम उद्योग में पदस्थ थे. विभागीय कार्रवाई के चलते वे कई दिनों से निलंबित चल रहे थे. न्यायालय से निर्णय उनके पक्ष में आने के बाद वे अपनी बहाली के लिए और रुके हुए पैसे के लिए लगातार कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे लेकिन उनका काम नहीं हो रहा था.


आरोपी खादी ग्राम उद्योग के डिप्टी डायरेक्टर एसआर पवार और प्रबंधक पीएस कटकुले के द्वारा उनकी बहाली और रुके हुए पैसे के भुगतान के बदले में 40 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी. फरियादी ने इसकी सूचना लोकायुक्त पुलिस को दी और रिश्वत की पहली किस्त 10 हजार रुपए जैसे ही फरियादी इन दोनों आरोपियों को दिए. वैसे ही पुलिस ने उन्हे रंगे हाथों पकड़ लिया है.

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भोपाल। राजधानी के अरेरा हिल्स पर बने खादी ग्राम उद्योग के मुख्यालय में अपने ही विभाग के कर्मचारी से रिश्वत लेते हुए विभाग के डिप्टी डायरेक्टर और प्रबंधक को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. देर रात हुई इस कार्रवाई के चलते खादी ग्राम उद्योग के कर्मचारियों के भी हाथ-पांव फूले हुए हैं.

छानबीन करती पुलिस.
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जानकारी के मुताबिक आरोपी द्वारा अपने जूनियर अधिकारी उसे नौकरी पर वापस रखने के लिए रिश्वत मांगी गई थी. पीड़ित ने इस बात की सूचना लोकायुक्त में दे दी. जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछा कर आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित शालिगराम कोली डिप्टी डायरेक्टर के पद पर खादी ग्राम उद्योग में पदस्थ थे. विभागीय कार्रवाई के चलते वे कई दिनों से निलंबित चल रहे थे. न्यायालय से निर्णय उनके पक्ष में आने के बाद वे अपनी बहाली के लिए और रुके हुए पैसे के लिए लगातार कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे लेकिन उनका काम नहीं हो रहा था.


आरोपी खादी ग्राम उद्योग के डिप्टी डायरेक्टर एसआर पवार और प्रबंधक पीएस कटकुले के द्वारा उनकी बहाली और रुके हुए पैसे के भुगतान के बदले में 40 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी. फरियादी ने इसकी सूचना लोकायुक्त पुलिस को दी और रिश्वत की पहली किस्त 10 हजार रुपए जैसे ही फरियादी इन दोनों आरोपियों को दिए. वैसे ही पुलिस ने उन्हे रंगे हाथों पकड़ लिया है.

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Intro:खादी ग्राम उद्योग के डिप्टी डायरेक्टर और प्रबंधक रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार

भोपाल राजधानी भोपाल के अरेरा हिल्स पर बने खादी ग्राम उद्योग के मुख्यालय में अपने ही विभाग के कर्मचारी से रिश्वत लेते हुए विभाग के डिप्टी डायरेक्टर और प्रबंधक को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है देर रात हुई इस कार्यवाही के चलते खादी ग्राम उद्योग के कर्मचारियों के भी हाथ पांव फूल गए हैं बताया गया है कि खादी ग्राम उद्योग नहीं पता एक अधिकारी को उसके पैसे और उसे वापस नौकरी पर रखने के चलते इन अधिकारियों के द्वारा या रिश्वत की मांग की गई थी लेकिन फरियादी ने इस पूरे रिश्वत कांड की सूचना लोकायुक्त पुलिस को दे दी लोकायुक्त पुलिस की योजना के अनुसार ही फरियादी रिश्वत देने के लिए आरोपी अधिकारियों के पास पहुंचा था जैसे ही फरियादी ने रिश्वत के पैसे उन्हें दिए तुरंत ही लोकायुक्त की पुलिस ने छापामार कार्यवाही करते हुए दोनों ही अधिकारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है


Body:लोकायुक्त अधिकारियों का कहना है कि शालिगराम कोली डिप्टी डायरेक्टर के पद पर खादी ग्राम उद्योग में पदस्थ थे लेकिन विभागीय कार्यवाही के चलते वे कई दिनों से निलंबित चल रहे थे न्यायालय से निर्णय उनके पक्ष में आने के बाद वे अपनी बहाली के लिए और रुके हुए पैसे के लिए लगातार कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे लेकिन उनका काम नहीं हो रहा था खादी ग्राम उद्योग के डिप्टी डायरेक्टर एसआर पवार और प्रबंधक पीएस कटकुले के द्वारा उनकी बहाली और रुके हुए पैसे के भुगतान के बदले में 40 हजार रुपए की रिश्वत की डिमांड की गई थी फरियादी के द्वारा इसकी सूचना लोकायुक्त पुलिस को की गई और आज रिश्वत की पहली किस्त 10 हजार रुपए देना तय हुआ था जैसे ही फरियादी ने आज रिश्वत के पैसे इन दोनों आरोपियों को दिए हमने इन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया है इन्होंने पेपर की फाइलों के बीच में पैसे छुपा रखे थे लोकायुक्त पुलिस के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में यह कार्यवाही की गई है और जो भी आवश्यक कानूनी कार्रवाई होगी वह की जाएगी


Conclusion:फरियादी शालिग्राम कोली क्या कहना है कि पिछले कुछ समय से मेरे ऊपर विभागीय जांच चल रही थी इसकी वजह से मुझे निलंबित कर दिया गया था लेकिन जांच में मुझे क्लीन चिट मिलने के बाद मैं अपनी बहाली और रुके हुए पैसे के लिए परेशान हो रहा था लेकिन इन दोनों ही अधिकारियों के द्वारा मुझे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था उन्होंने मुझसे मेरी बहाली और रुके हुए पैसे के भुगतान के बदले में रिश्वत की मांग की थी जिसकी सूचना मैंने लोकायुक्त को दे दी थी जिसके तहत आज पहली किस्त देने पर लोकायुक्त ने अपनी कार्यवाही की है मेरा यही कहना है कि इन दोनों भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जो भी उचित कार्यवाही होती है वह लोकायुक्त को करनी चाहिए
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