भोपाल। लॉकडाउन का असर अब खिलाड़ियों की दिनचर्या पर भी होने लगा है. मैदान में भागना, मेहनत के साथ अपनी योग्यताओं को निखारना, खेल के मैदान में दिखने वाला यही जोश लॉकडाउन के कारण कहीं नहीं दिखाई दे रहा है.
पूरे हिंदुस्तान में कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन का असर न केवल आर्थिक हालातों बल्कि खेलों पर भी पड़ा है. अप्रैल महीने से लेकर जून महीने तक का यह समय ऐसा होता है, जब सबसे ज्यादा खेल गतिविधियां होती हैं. साथ ही समर कैंप भी इसी दौरान लगाए जाते हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण स्टेडियम, खेल मैदान, खेलों की एकेडमी और सभी तरह के जिम भी बंद पड़े हैं.
खेल गतिविधियां ना होने पर खिलाड़ियों की सेहत और अभ्यास पर भी इसका असर कहीं ना कहीं देखने को मिल रहा है. राजधानी भोपाल में मयंक क्रिकेट एकेडमी के संचालक सुशील सिंह ठाकुर ने इस बारे में बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब खेल की सारी गतिविधियां बंद हैं. यह ऐसा समय होता है, जो कि खिलाड़ियों के लिए प्रेक्टिस और प्रतियोगिता के नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण होता है.
खिलाड़ी नहीं कर पा रहे प्रैक्टिस
स्कूलों की परीक्षा हो जाने के बाद खिलाड़ियों को खेल पर ध्यान देने का पूरा समय मिल पाता था. एकेडमियों के बंद हो जाने से खिलाड़ी ठीक से प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं, जो कि उनके लिए नुकसानदेह है. हम अपने खिलाड़ियों को यही कह रहे हैं कि वह घर पर रहकर ही एक्सरसाइज करते हुए अपनी फिटनेस का ध्यान रखें.
खेलों की सभी गतिविधियां रद्द
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए खेलों की सभी गतिविधियों को रद्द कर दिया गया है. मध्य प्रदेश सरकार के खेल विभाग ने भी सभी खेल गतिविधियों, एकेडमियों को 31 मई तक के लिए बंद रखा है. इसका नुकसान खिलाड़ियों को रहा है. खिलाड़ी अपनी प्रैक्टिस लगातार नहीं कर पा रहे हैं.