लखनऊ/भोपाल। राज्यपाल लालजी टंडन को मंगलवार शाम को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत सरकार के कई मंत्री और बीजेपी नेता शामिल हुए.
राज्यपाल लालजी टंडन का मंगलवार सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर मेदांता हॉस्पिटल में निधन हुआ था. उनके निधन की सूचना के बाद देशभर में शोक की लहर है. हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है. अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन के लिए सुबह से ही लोगों का आना-जाना लगा हुआ था. मंगलवार दोपहर उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पहुंचा था, जहां पर लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए. शाम को उनके पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी गई. इस अवसर पर उन्हें राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई.
लालजी टंडन ने करवाया था गुलाला घाट का पुनर्निर्माण
उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार में विकास मंत्री रहते हुए लालजी टंडन ने गुलाला घाट का पुनर्निर्माण करवाया था. लालजी टंडन का पार्थिव शरीर उसी गुलाला घाट में पंचतत्व में विलीन हो गया. इस मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देते समय उनके दाह संस्कार में शामिल लोगों की आंखे नम थीं. हर कोई उनके द्वारा किए गए त्याग और समर्पण को याद कर रहा था. लालजी टंडन वर्तमान में मध्य प्रदेश के राज्यपाल थे. उनकी अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें लखनऊ मेदांता में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था. मंगलवार सुबह हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई थी.