भोपाल। कृषि कानून के विरोध में पूरे देश में विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश में पिछले 10 दिनों से कृषि उपज मंडी बंद है. ऐसी स्थिति में प्रदेश का किसान अपनी फसल बेचने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है. प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक कुणाल चौधरी ने इन परिस्थितियों पर सवाल खड़े किए हैं.
विधायक कुणाल ने कहा कि जब प्रदेश का किसान परेशान है तो किसान पुत्र शिवराज सिंह कहां हैं? किसान अध्यादेश कानून को लेकर भाजपा का दावा था कि किसानों की फसल खरीदने के लिए बड़े व्यापारी आएंगे, वह व्यापारी कहां हैं ? क्योंकि किसान अब 4000 रूपए की फसल 2000 रूपए में बेचने के लिए मजबूर है. कुणाल चौधरी ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान विरोधी तीन कृषि कानून की चर्चा करते हुए कहा कि आज 10 दिन से मंडियों में हड़ताल है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है.
सोयाबीन बेचने के लिए किसान परेशान घूम रहा है, तब सरकार कहां हैं. तब समर्थन मूल्य कहां हैं ? सरकार दावा करती है कि बड़े-बड़े लोग खुद आकर किसानों के उत्पादन खरीदेंगे. इन 10 दिनों में भी खरीदार कहां हैं ? किसान की पूरी व्यवस्था को चौपट कर बड़े पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने में सरकार लगी हुई है. क्या इसी साजिश के लिए कृषि कानून लाए गए हैं. कांग्रेस ने कई किसानों के मंडियों के वीडियो जारी कर किसानों की व्यथा बताई और सरकार द्वारा किसानों को खत्म करने की साजिश की परिस्थितियों को उजागर किया. विधायक ने कहा है कि मुख्यमंत्री तुरंत क्रियाशील हों और समाधान करें.नहीं तो कांग्रेस जन आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी.