भोपाल। मध्यप्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होना है. इसको लेकर लगातार पार्टियां बैठक और जिले का दौरा कर रही हैं. जहां एमपी की सरकार विकास यात्रा निकाल अपने कामों को जनता तक पहुंचा रही है, तो वहीं मध्यप्रदेश में कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चलाया जा रहा है. इसके जरिए कांग्रेस जनता के वोटों को अपने ओर खींच रही है. इसी कड़ी में बीजेपी गुना सांसद केपी यादव एक कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां उन्होंने केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसा.
केपी यादव ने भरे मंच से सिंधिया को कहा गद्दार: गुना के पीजी कॉलेज में वीरमाता जीजाबाई सम्मान समारोह आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में केपी यादव भी पहुंचे थे. क्रीड़ा भारती के संयोजन में केपी यादव ने सिंधिया का नाम लिए बिना उन पर हमला बोला. उन्होंने मंच से ही मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कस दिया. उन्होंने कहा कि, "अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाली महारानी लक्ष्मीबाई को अगर गद्दारों ने धोखा नहीं दिया होता तो, देश आज 75वीं वर्षगांठ नहीं बल्कि 175वीं वर्षगांठ मना रहा होता." हालांकि बीजेपी सांसद ने सिंधिया का नाम सीधे नहीं लिया, लेकिन लोगों को समझने में देर नहीं लगी कि सांसद किसकी बात कर रहे हैं. दरअसल, महारानी लक्ष्मीबाई को धोखा देने का आरोप इतिहास में ग्वालियर रियासत के राजा सिंधिया पर लगाए जाते हैं. अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए अगर महारानी लक्ष्मीबाई को सिंधिया राजघराने का साथ मिल गया होता तो रानी लक्ष्मीबाई से अंग्रेज हार जाते.
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केपी यादव ने सिंधिया पर क्यों साधा निशाना: ज्योतिरादित्य सिंधिया जब भी केपी यादव का चेहरा देखते हैं तो उनको 2019 का लोकसभा चुनाव याद आ जाता है. जब सिंधिया को बीजेपी द्वारा उतारे गए उस शख्स ने हरा दिया जो ज्योतिरादित्य सिंधिया की जी हजूरी करता था. जाहिर सी बात है ये हार सिंधिया को हमेशा से ही कचोटती रही है. जब सिंधिया बीजेपी में आए और उनका कद बढ़ा तो समय-समय पर देखा गया कि, सिंधिया को केपी यादव के साथ मंच पर बैठना भी मुनासिब नहीं समझा. अब बीजेपी कार्यकर्ता गुना में खुलेआम कहने लगे हैं कि, केपी यादव तो सिर्फ कहने के सांसद हैं, उनका कोई भी काम नहीं होता है और न ही सिफारिश लेटर पर उनकी सिफारिशें सुनी जाती है. इसे लेकर गुना सांसद के.पी यादव हाईकमान तक पत्र लिख चुके हैं और अपना दर्द बयां कर चुके हैं.