भोपाल। शुद्धता के लिए एक तरफ कमलनाथ सरकार शुद्ध के लिए युद्ध जैसे अभियान चला रही है. लेकिन अपनी ही पार्टी के जनप्रतिनिधियों की शुद्धता के लिए कोई काम नहीं कर रही है. इसी कड़ी में एक मामला अनूपपुर जनपद पंचायत के जनप्रतिनिधियों का सामने आया है. जिसमें उन्होंने कांग्रेस के कोतमा विधायक सुनील सर्राफ की शिकायत प्रभारी मंत्री और पंचायत मंत्री से की है. खास बात ये है कि शिकायतकर्ता सभी जनपद सदस्य भी कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं. उन्होंने अपनी ही पार्टी के विधायक पर जनपद के कामकाज में कमीशन मांगने का आरोप लगाया है.
मुख्यमंत्री से नहीं कर पाए शिकायत
अनूपपुर जनपद पंचायत की अध्यक्ष ममता सिंह का कहना है कि हमारी परेशानी ये है कि कोतमा विधायक सुनील सर्राफ हमें मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं. हमारी जनपद में अपना रुतबा जमा कर रखते हैं. हम इस मामले में प्रभारी मंत्री प्रदीप जयसवाल से मुलाकात कर चुके हैं और पंचायत मंत्री कमलेश्वर पटेल से भी उनकी शिकायत की है. मुख्यमंत्री से भी शिकायत करना चाहते थे, लेकिन मुख्यमंत्री के बाहर होने के कारण शिकायत नहीं कर पाए.
'कमीशन के लिए किया जा रहा प्रताड़ित'
जब जनपद पंचायत के अध्यक्ष और सदस्यों से प्रताड़ना की वजह पूछी गई तो उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से कमीशन के लिए उन्हें प्रताड़ित करते हैं. जनपद में किए गए हमारे कामों पर वो कमीशन चाहते हैं.
'मुख्यमंत्री ही तय करेंगे कि क्या करना है'
इस मामले में जनपद सदस्यों ने कांग्रेस विधायक बिसाहू लाल सिंह को भी शिकायत दर्ज कराई है. वहीं उनका कहना है कि ये करीब 25 जनपद सदस्य हैं. इन लोगों ने कल प्रभारी मंत्री प्रदीप जयसवाल और पंचायत मंत्री कमलेश्वर पटेल से मुलाकात की है. यह लोग मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं. प्रजातंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है. साथ ही मुझे भी इन लोगों ने शिकायत की है. लेकिन मैं भी एक विधायक हूं और विधायक की ही शिकायत है. इसलिए मुख्यमंत्री ही तय करेंगे कि क्या करना है,क्या नहीं करना है.