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MP की लड़ाई, SC में कल फिर सुनवाई, दिग्विजय की खिंचाई, अब कौन करेगा भरपाई - bhopal

मध्यप्रदेश में हर रोज सियासत की आग भड़कती जा रहा है. हर रोज एक नया मोड आ रहा है. ईटीवी भारत सियासत के हर मोड पर नजर बनाएं हुए है. 'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-2' में आपको बताया कि मंगलवार मध्यप्रदेश की राजनीति में कैसा रहा. आइए जानते हैं सियासत का बुधवार कैसा रहा...

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'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
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Published : Mar 18, 2020, 10:35 PM IST

Updated : Mar 19, 2020, 12:03 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश इस समय जिस दौर से गुजर रहा है, उसे राजनीति के इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा. हर रोज मध्यप्रदेश की सियासत एक बेहतरीन अध्याय लिख रही है. प्रदेश के नेताओं को अन्य प्रदेशों में हिरासत में लिया जा रहा है. कोई राज्यपाल को संविधान का पाठ पढ़ा रहा है तो कोई राज्यपाल से संविधान बचाने की मांग कर रहा है. हर कोई राजनीति के ऐसे-ऐसे दाव खेल रहा है, जिनके बारे में किसी ने नहीं सोचा होगा.

लगता है कि प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के लिए जो सियासी उठापटक चल रही है, वो नेताओं को संविधान की धाराएं याद कराने के लिए ही चल रही है. तभी तो प्रदेश के मुखिया कमलनाथ ने संविधान की धारा याद दिलाते हुए राज्यपाल को लिखा था कि ''राज्यपाल विधानसभा अध्यक्ष का मार्गदर्शक या परामर्शदाता नहीं है. राज्यपाल अध्यक्ष से यह अपेक्षा नहीं कर सकता कि अध्यक्ष उस तरीके से सदन में कार्य करें, जो राज्यपाल संवैधानिक दृष्टि से उचित समझता है. राज्यपाल और अध्यक्ष दोनों की अपनी-अपनी स्वतंत्र संवैधानिक जिम्मेदारियां है.''

प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच मंगलवार को कई नेताओं ने बयानबाजी की थी. मंगलवार को भी सियासत की आग लगातार जारी रही थी. जिसमें सबसे महत्वपूर्ण था सिंधिया समर्थकों का बेंगलुरू में प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के पदाधिकारियों पर आरोप लगाना. जिसके बाद नेताओं की बयानबाजी से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दायर की गई याचिका के टलने तक सियासी घमासान जारी रहा. इसी तरह 'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3' में जानिए बुधवार को कैसी रही सियासत की आग...

  • सियासत के बुधवार की शुरूआत हुई जब बेंगलुरू पहुंच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह करीब 7 बजकर 15 मिनट पर धरने पर बैठ गए और बागी विधायकों से मिलने की मांग करने लगे. इस दौरान उनके साथ तरुण भनोत, कुनाल चौधरी, आरिफ मसूद और कर्नाटक के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार भी मौजूद थे. कुछ देर बात दिग्विजय ने एक बार फिर होटल रमाडा में जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
  • इसी बीच करीब 7.55 पर खबर आई कि दिग्विजय सिंह समेत 13 नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है. जिसमें कांतिलाल भूरिया और तरुण भनोत भी शामिल थे. इधर मध्यप्रदेश से खबर आई कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 11 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई है.
  • करीब साढ़े आठ बजे कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि राज्य में बीजेपी सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है. हमारी अपनी राजनीतिक रणनीति है, हम जानते हैं कि स्थिति को कैसे संभालना है.
  • सियासी घमासान में चल रहे लेटरवॉर में करीब 9 बजे राज्यपाल लालजी टंडन ने विधानसभा अध्यक्ष एनजी प्रजापति के पत्र का जवाब देते हुए पत्र लिखा.
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    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • इधर हिरासत में लिए गए दिग्विजय समेत कांग्रेसी नेताओं को अमृताहल्ली पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां से दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया. दिग्विजय ने लिखा कि पुलिस के मुताबिक विधायकों की प्राइवेसी को देखते हुए हमें उसे मिलने नहीं दिया जा रहा है. पुलिस 24 घंटे उन पर नजर रखे हुए है. प्राइवेसी की रक्षा का ये गजब का उदाहरण है. इसके बाद दिग्विजय ने साढे 9 बजे कर्नाटक के सीएम से मिलने की मांग की है.
    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • इसी बीच दिग्विजय सिंह एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि कर्नाटक पुलिस हमें स्थानीय DGP ऑफ़िस लायी है। हमारी मांग है कि BJP की कैद में रह रहे हमारे विधायकों से हमें मिलने दिया जाए. जब तक हमारी मुलाक़ात अपने विधायकों से नहीं होगी, मैं अनशन की घोषणा करता हूं. हमारे देश में लोकतंत्र है, डिक्टेटरशिप नहीं.
  • इधर करीब 10 बजे पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शायराना अंदाज में दिग्विजय पर तंज कसते हुए कहा कि 'माचिस को भेजा है आग बूझाने, आगे क्या होगा खुदा जाने'. मिस्टर बंटाधार एक और पॉलिटिकल ड्रामा करने गए हैं. गुरुग्राम भी गए थे जब भी कांग्रेस के विधायकों ने कहा था किसी ने बंधक नहीं बनाया. बेंगलुरु के विधायक नहीं मिलना चाहते है,वो किसी के दवाब में नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार बहुमत खो चुकी है, अब मिस्टर बंटाधार कांग्रेस को खत्म करके ही मांनेगे.
  • बैंगलुरू में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि दिग्विजय सिंह हमारी पार्टी के विधायकों से मिलने आए हैं. बंधक विधायकों में से एक ने टेलीफोन के माध्यम से उनसे संपर्क किया था और उन्हें मुक्त करने का अनुरोध किया था.
  • करीब 10 बजकर 47 मिनट पर हिरासत में लिए गए 13 नेताओं को पुलिस ने जमानत पर छोड़ दिया गया. जमानत पर छुटने के बाद दिग्विजय ने कहा कि मुझे अपने विधायकों से मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए. मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं.
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    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने टवीट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा कि जनता की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिये भाजपा द्वारा लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है. भाजपा प्रदेश में गंदा खेल खेल रही है.
  • इसी बीच करीब साढ़े 11 बजे दिग्विजय के बेंगलुरू में हंगामें को लेकर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दिग्विजय ड्रामेबाज हैं भोपाल मे नहीं चली तो बेंगलुरु में ड्रामा कर रहे हैं. विधायकों ने आज फिर साफ किया है कि वो दिग्विजय से नहीं मिलना चाहते है. वो सभी वहां अपनी स्वेच्छा से हैं.
  • इसके बाद दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के नेता पुलिस आयुक्त भास्कर राव से मिलने के लिए पहुंचे और बेंगलुरु में बागी विधायकों से मिलने की अनुमति मांगी.
    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • इसी बीच कैबिनेट बैठक में लिए गए कई निर्णय सामने आए. जिसमें प्रदेश के तीन नए जिलों को मंजूरी दे दी गई. जिसमें मैहर नागदा और चाचौड़ा शामिल हैं.
  • इसके बाद बेंगलुरू से बागी विधायकों ने एक बार वीडियो जारी करते हुए कहा कि हम दिग्विजय से नहीं मिलना चाहते हैं. दिग्विजय की नीतियों के चलते ही कांग्रेस का ये हाल हुआ है. उन्ही से परेशान होकर हम यहां आए हैं. वहीं विधायकों ने खुद को जान का खतरा बताकर सुरक्षा की मांग की है.
    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • इसी बीच कांग्रेस के विधायक राज्यपाल से मिलने के लिए राजभवन पहुंचे और बेंगलुरू में ठहरे बागी विधायकों को वापस लाने की मांग की. साथ ही दिग्विजय सिंह के हिरासत में लिए जाने का भी विरोध किया गया. वहीं करीब 2 बजे खबर आई कि दिग्विजय सिंह बेंगलुरु में डीजीपी से मिले.
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    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • वहीं दिग्विजय​ सिंह को विधायकों से ​न मिलने देने परकांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये घोर अन्याय है. आज बीजेपी में दम नहीं है कि वो दिग्विजय सिंह के साथ विधायकों की मुलाकात करवाए. क्योंकि उन्हें ये डर है कि विधायक चले जाएंगे, तो साजिश नाकाम हो जाएगी.
  • इधर फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई को मुकुल रोहतगी दलील पेश करते हुए कहा कि कोई सरकार अगर फ्लोर टेस्ट से बच रही है, तो यह साफ है कि सरकार बहुमत खो चुकी है. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि हम विधायकों के रास्ते में नहीं आना चाहते हैं. न ही विधायकों को कार्रवाई में शामिल होने के लिए बाध्य किया जा सकता है. हमें केवल यह सुनिश्चित करना होगा कि यह 16 विधायक अपने अधिकारों का प्रयोग कर सकें. वही रोहतगी ने यह भी कहा कि यदि कोर्ट कहे तो हम 16 विधायकों को कोर्ट में पेश भी कर सकते हैं. जिस पर कोर्ट ने कहा कि इसकी जरूरत नहीं. इसी बीच मध्यप्रदेश के सियासी संकट पर चल रही सुनवाई को कल तक के लिए टाल दिया है.
  • इसी बीच करीब 3 बजे बेंगलुरू में हुई दिग्विजय सिंह की गिरफ्तारी को लेकर मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता गांधी मूर्ति के सामने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी विधायकों ने राज्यपाल से मांग की है कि वो इस मामले में हस्तक्षेप कर उनके मंत्री और 16 विधायकों को वहां से छुड़वाएं.
    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • करीब साढ़े चार बजे दिग्विजय सिंह ने कर्नाटक उच्च न्यायालय में याचिका दायर करते हुए बागी विधायकों से मिलने की मांग की. साथ ही विधायकों से मिलने तक उपवास पर रहने का फैसला किया.
  • इधर मध्यप्रदेश में बीजेपी के कार्यालय के सामने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. जिसके चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया. कांग्रेसियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए लाठीचार्ज जैसे हालात बन गए थे. हालांकि, मामला संभल गया था.
  • वहीं इसी दौरान शिवराज सिंह चौहान और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने सीहोर में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करते हुए प्रदेश सरकार पर कई हमले बोले. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र को कुचलने का काम किया है. कमलनाथ सरकार बहुमत खो चुकी है.
  • इधर बीजेपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं में झूमाझटकी हुई. जिसके बाद पुलिस ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. वहीं भोपाल में धारा 144 लगा दी गई.
  • करीब साढ़े 6 बजे एक बार फिर विधायक दल की बैठक को लेकर हलचल शुरू हो गई. जिसके चलते बृजेंद्र सिंह राठौर और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सीएम हाउस पहुंच गए. बता दें कि लगातार चार दिनों से विधायक दल की बैठक हो रही है. इसके बाद करीब 7 बजे सीएम हाउस में कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरु हो गई.
  • वहीं साढ़े 7 बजे के करीब बीजेपी के नेता कार्यालय के पास हंगामा करने वाले कांग्रेसियों पर मामला दर्ज करने की मांग करते हुए हबीबगंज थाने में पहुंच गए. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने थाने में नारेबाजी करते हुए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर मारपीट करने का आरोप लगाया.

भोपाल। मध्यप्रदेश इस समय जिस दौर से गुजर रहा है, उसे राजनीति के इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा. हर रोज मध्यप्रदेश की सियासत एक बेहतरीन अध्याय लिख रही है. प्रदेश के नेताओं को अन्य प्रदेशों में हिरासत में लिया जा रहा है. कोई राज्यपाल को संविधान का पाठ पढ़ा रहा है तो कोई राज्यपाल से संविधान बचाने की मांग कर रहा है. हर कोई राजनीति के ऐसे-ऐसे दाव खेल रहा है, जिनके बारे में किसी ने नहीं सोचा होगा.

लगता है कि प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के लिए जो सियासी उठापटक चल रही है, वो नेताओं को संविधान की धाराएं याद कराने के लिए ही चल रही है. तभी तो प्रदेश के मुखिया कमलनाथ ने संविधान की धारा याद दिलाते हुए राज्यपाल को लिखा था कि ''राज्यपाल विधानसभा अध्यक्ष का मार्गदर्शक या परामर्शदाता नहीं है. राज्यपाल अध्यक्ष से यह अपेक्षा नहीं कर सकता कि अध्यक्ष उस तरीके से सदन में कार्य करें, जो राज्यपाल संवैधानिक दृष्टि से उचित समझता है. राज्यपाल और अध्यक्ष दोनों की अपनी-अपनी स्वतंत्र संवैधानिक जिम्मेदारियां है.''

प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच मंगलवार को कई नेताओं ने बयानबाजी की थी. मंगलवार को भी सियासत की आग लगातार जारी रही थी. जिसमें सबसे महत्वपूर्ण था सिंधिया समर्थकों का बेंगलुरू में प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के पदाधिकारियों पर आरोप लगाना. जिसके बाद नेताओं की बयानबाजी से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दायर की गई याचिका के टलने तक सियासी घमासान जारी रहा. इसी तरह 'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3' में जानिए बुधवार को कैसी रही सियासत की आग...

  • सियासत के बुधवार की शुरूआत हुई जब बेंगलुरू पहुंच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह करीब 7 बजकर 15 मिनट पर धरने पर बैठ गए और बागी विधायकों से मिलने की मांग करने लगे. इस दौरान उनके साथ तरुण भनोत, कुनाल चौधरी, आरिफ मसूद और कर्नाटक के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार भी मौजूद थे. कुछ देर बात दिग्विजय ने एक बार फिर होटल रमाडा में जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
  • इसी बीच करीब 7.55 पर खबर आई कि दिग्विजय सिंह समेत 13 नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है. जिसमें कांतिलाल भूरिया और तरुण भनोत भी शामिल थे. इधर मध्यप्रदेश से खबर आई कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 11 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई है.
  • करीब साढ़े आठ बजे कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि राज्य में बीजेपी सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है. हमारी अपनी राजनीतिक रणनीति है, हम जानते हैं कि स्थिति को कैसे संभालना है.
  • सियासी घमासान में चल रहे लेटरवॉर में करीब 9 बजे राज्यपाल लालजी टंडन ने विधानसभा अध्यक्ष एनजी प्रजापति के पत्र का जवाब देते हुए पत्र लिखा.
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    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • इधर हिरासत में लिए गए दिग्विजय समेत कांग्रेसी नेताओं को अमृताहल्ली पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां से दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया. दिग्विजय ने लिखा कि पुलिस के मुताबिक विधायकों की प्राइवेसी को देखते हुए हमें उसे मिलने नहीं दिया जा रहा है. पुलिस 24 घंटे उन पर नजर रखे हुए है. प्राइवेसी की रक्षा का ये गजब का उदाहरण है. इसके बाद दिग्विजय ने साढे 9 बजे कर्नाटक के सीएम से मिलने की मांग की है.
    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • इसी बीच दिग्विजय सिंह एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि कर्नाटक पुलिस हमें स्थानीय DGP ऑफ़िस लायी है। हमारी मांग है कि BJP की कैद में रह रहे हमारे विधायकों से हमें मिलने दिया जाए. जब तक हमारी मुलाक़ात अपने विधायकों से नहीं होगी, मैं अनशन की घोषणा करता हूं. हमारे देश में लोकतंत्र है, डिक्टेटरशिप नहीं.
  • इधर करीब 10 बजे पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शायराना अंदाज में दिग्विजय पर तंज कसते हुए कहा कि 'माचिस को भेजा है आग बूझाने, आगे क्या होगा खुदा जाने'. मिस्टर बंटाधार एक और पॉलिटिकल ड्रामा करने गए हैं. गुरुग्राम भी गए थे जब भी कांग्रेस के विधायकों ने कहा था किसी ने बंधक नहीं बनाया. बेंगलुरु के विधायक नहीं मिलना चाहते है,वो किसी के दवाब में नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार बहुमत खो चुकी है, अब मिस्टर बंटाधार कांग्रेस को खत्म करके ही मांनेगे.
  • बैंगलुरू में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि दिग्विजय सिंह हमारी पार्टी के विधायकों से मिलने आए हैं. बंधक विधायकों में से एक ने टेलीफोन के माध्यम से उनसे संपर्क किया था और उन्हें मुक्त करने का अनुरोध किया था.
  • करीब 10 बजकर 47 मिनट पर हिरासत में लिए गए 13 नेताओं को पुलिस ने जमानत पर छोड़ दिया गया. जमानत पर छुटने के बाद दिग्विजय ने कहा कि मुझे अपने विधायकों से मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए. मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं.
    know-how-wednesday-was-in-the-politics-of-madhya-pradesh
    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने टवीट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा कि जनता की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिये भाजपा द्वारा लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है. भाजपा प्रदेश में गंदा खेल खेल रही है.
  • इसी बीच करीब साढ़े 11 बजे दिग्विजय के बेंगलुरू में हंगामें को लेकर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दिग्विजय ड्रामेबाज हैं भोपाल मे नहीं चली तो बेंगलुरु में ड्रामा कर रहे हैं. विधायकों ने आज फिर साफ किया है कि वो दिग्विजय से नहीं मिलना चाहते है. वो सभी वहां अपनी स्वेच्छा से हैं.
  • इसके बाद दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के नेता पुलिस आयुक्त भास्कर राव से मिलने के लिए पहुंचे और बेंगलुरु में बागी विधायकों से मिलने की अनुमति मांगी.
    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • इसी बीच कैबिनेट बैठक में लिए गए कई निर्णय सामने आए. जिसमें प्रदेश के तीन नए जिलों को मंजूरी दे दी गई. जिसमें मैहर नागदा और चाचौड़ा शामिल हैं.
  • इसके बाद बेंगलुरू से बागी विधायकों ने एक बार वीडियो जारी करते हुए कहा कि हम दिग्विजय से नहीं मिलना चाहते हैं. दिग्विजय की नीतियों के चलते ही कांग्रेस का ये हाल हुआ है. उन्ही से परेशान होकर हम यहां आए हैं. वहीं विधायकों ने खुद को जान का खतरा बताकर सुरक्षा की मांग की है.
    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • इसी बीच कांग्रेस के विधायक राज्यपाल से मिलने के लिए राजभवन पहुंचे और बेंगलुरू में ठहरे बागी विधायकों को वापस लाने की मांग की. साथ ही दिग्विजय सिंह के हिरासत में लिए जाने का भी विरोध किया गया. वहीं करीब 2 बजे खबर आई कि दिग्विजय सिंह बेंगलुरु में डीजीपी से मिले.
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    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • वहीं दिग्विजय​ सिंह को विधायकों से ​न मिलने देने परकांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये घोर अन्याय है. आज बीजेपी में दम नहीं है कि वो दिग्विजय सिंह के साथ विधायकों की मुलाकात करवाए. क्योंकि उन्हें ये डर है कि विधायक चले जाएंगे, तो साजिश नाकाम हो जाएगी.
  • इधर फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई को मुकुल रोहतगी दलील पेश करते हुए कहा कि कोई सरकार अगर फ्लोर टेस्ट से बच रही है, तो यह साफ है कि सरकार बहुमत खो चुकी है. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि हम विधायकों के रास्ते में नहीं आना चाहते हैं. न ही विधायकों को कार्रवाई में शामिल होने के लिए बाध्य किया जा सकता है. हमें केवल यह सुनिश्चित करना होगा कि यह 16 विधायक अपने अधिकारों का प्रयोग कर सकें. वही रोहतगी ने यह भी कहा कि यदि कोर्ट कहे तो हम 16 विधायकों को कोर्ट में पेश भी कर सकते हैं. जिस पर कोर्ट ने कहा कि इसकी जरूरत नहीं. इसी बीच मध्यप्रदेश के सियासी संकट पर चल रही सुनवाई को कल तक के लिए टाल दिया है.
  • इसी बीच करीब 3 बजे बेंगलुरू में हुई दिग्विजय सिंह की गिरफ्तारी को लेकर मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता गांधी मूर्ति के सामने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी विधायकों ने राज्यपाल से मांग की है कि वो इस मामले में हस्तक्षेप कर उनके मंत्री और 16 विधायकों को वहां से छुड़वाएं.
    'MP का सुपरहिट दंगल पार्ट-3'
  • करीब साढ़े चार बजे दिग्विजय सिंह ने कर्नाटक उच्च न्यायालय में याचिका दायर करते हुए बागी विधायकों से मिलने की मांग की. साथ ही विधायकों से मिलने तक उपवास पर रहने का फैसला किया.
  • इधर मध्यप्रदेश में बीजेपी के कार्यालय के सामने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. जिसके चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया. कांग्रेसियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए लाठीचार्ज जैसे हालात बन गए थे. हालांकि, मामला संभल गया था.
  • वहीं इसी दौरान शिवराज सिंह चौहान और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने सीहोर में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करते हुए प्रदेश सरकार पर कई हमले बोले. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र को कुचलने का काम किया है. कमलनाथ सरकार बहुमत खो चुकी है.
  • इधर बीजेपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं में झूमाझटकी हुई. जिसके बाद पुलिस ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. वहीं भोपाल में धारा 144 लगा दी गई.
  • करीब साढ़े 6 बजे एक बार फिर विधायक दल की बैठक को लेकर हलचल शुरू हो गई. जिसके चलते बृजेंद्र सिंह राठौर और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सीएम हाउस पहुंच गए. बता दें कि लगातार चार दिनों से विधायक दल की बैठक हो रही है. इसके बाद करीब 7 बजे सीएम हाउस में कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरु हो गई.
  • वहीं साढ़े 7 बजे के करीब बीजेपी के नेता कार्यालय के पास हंगामा करने वाले कांग्रेसियों पर मामला दर्ज करने की मांग करते हुए हबीबगंज थाने में पहुंच गए. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने थाने में नारेबाजी करते हुए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर मारपीट करने का आरोप लगाया.
Last Updated : Mar 19, 2020, 12:03 AM IST
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