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जबलपुर में हो सकेगा किडनी ट्रांसप्लांट, मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को मिला लाइसेंस - bhopal news

जबलपुर वासियों को अब किडनी ट्रांसप्लांट के लिए बड़े-बड़े मेट्रो सिटी के चक्कर नहीं काटने होंगे, क्योंकि जबलपुर में भी अब किडनी ट्रांसप्लांट हो सकेगा. नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज (NSCBMC) के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को सरकार की ओर से गुरुवार को रिट्रवल और ट्रांसप्लांट के लिए लाइसेंस जारी कर दिया गया है.

kidney transplant in jabalpur
जबलपुर में किडनी ट्रांसप्लांट
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Published : Aug 20, 2021, 10:46 AM IST

Updated : Aug 20, 2021, 2:15 PM IST

भोपाल। कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के बाद से लोगों को विभिन्न तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना काल में अब जबलपुर वासियों को किडनी ट्रांसप्लांट (kidney transplant) के लिए बड़े-बड़े मेट्रो सिटी के चक्कर नहीं काटने होंगे, क्योंकि जबलपुर में भी अब किडनी ट्रांसप्लांट हो सकेगा. नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज (NSCBMC) के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को सरकार की ओर से गुरुवार को रिट्रवल और ट्रांसप्लांट के लिए लाइसेंस जारी कर दिया गया है.

सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी विभाग इस दिशा में लंबे समय से प्रयास कर रहा था, जोकि अब संभव होने जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय संचालक डॉ. संजय मिश्रा ने बीते दिन सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान उन्होंने ट्रांसप्लांट से संबंधित व्यवस्थाओं और संसाधनों की जानकारी ली थी. उनकी रिपोर्ट के बाद ही शासन की ओर से किडनी ट्रांसप्लांट का लाइसेंस जारी किया गया.


आयुष्मान योजना के तहत हो किडनी ट्रांसप्लांट
जबलपुर में किडनी ट्रांसप्लांट का इलाज भारत सरकार की "आयुष्मान योजना" के तहत निशुल्क होगा. किडनी ट्रांसप्लांट के लिए निजी अस्पतालों में जहां 8 से 10 लाख रुपए का खर्च आता है. वहीं अगर मरीज आयुष्मान योजना के तहत किडनी ट्रांसप्लांट करवाएगा. तो उसे प्रदेश सरकार की तरफ से मिलने वाली 4 से 5 लाख रुपए की राशि ट्रांसफर की जाएगी.

मानव अंग तस्करी का गिरोह सक्रिय

किडनी बेचने खरीदने में देश और विदेश में माफिया सक्रिय रहते हैं, कई बार देखा गया है कि गरीब तबके के लोगों को रुपयों का लालच देकर उनसे माफिया किडनी खरीद लेते हैं और फिर मुंह मांगे दाम पर जरूरतमंद को बेच देते हैं. जानकारी के मुताबिक हाल ही में देश के पश्चिम बंगाल,केरल, तमिलनाडु में का भी है. जहां मानव अंग की तस्करी करने वाले सक्रिय हैं.

कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आहट! 31 अगस्त तक बढ़ा नाइट कर्फ्यू

देश में हर साल 2 लाख मरीज का होता है डायलिसिस

किडनी की बीमारी से ग्रसित मरीज को आयुष्मान कार्ड के तहत सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में ट्रांसप्लांट निशुल्क होगा. देश में लगभग 2 लाख मरीजों को हर साल डायलिसिस किया जाता है. आश्चर्य की बात तो यह है कि लगभग दो तिहाइ मरीज जिनको किडनी की बीमारी है उनको डायलिसिस की सुविधा तक नहीं मिल पाती है. ऐसे में अब जबलपुर में ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होने के बाद मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी.

किडनी की बीमारी से कैसे बचें ?

किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ नीरज जैन बताते हैं कि अगर व्यक्ति को किडनी जैसी बीमारी से बचना है, तो उसे यह 8 नियम जानना बहुत जरुरी है.

  • शुगर और बीपी का नियंत्रण
  • मोटापे का नियंत्रण
  • धूम्रपान से परहेज
  • दर्द निवारक दवाइयों से परहेज
  • उचित मात्रा में पानी का सेवन
  • संतुलित पोषण
  • नियमित व्यायाम
  • निश्चित अंतराल में किडनी की जांच

भोपाल। कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के बाद से लोगों को विभिन्न तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना काल में अब जबलपुर वासियों को किडनी ट्रांसप्लांट (kidney transplant) के लिए बड़े-बड़े मेट्रो सिटी के चक्कर नहीं काटने होंगे, क्योंकि जबलपुर में भी अब किडनी ट्रांसप्लांट हो सकेगा. नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज (NSCBMC) के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को सरकार की ओर से गुरुवार को रिट्रवल और ट्रांसप्लांट के लिए लाइसेंस जारी कर दिया गया है.

सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी विभाग इस दिशा में लंबे समय से प्रयास कर रहा था, जोकि अब संभव होने जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय संचालक डॉ. संजय मिश्रा ने बीते दिन सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान उन्होंने ट्रांसप्लांट से संबंधित व्यवस्थाओं और संसाधनों की जानकारी ली थी. उनकी रिपोर्ट के बाद ही शासन की ओर से किडनी ट्रांसप्लांट का लाइसेंस जारी किया गया.


आयुष्मान योजना के तहत हो किडनी ट्रांसप्लांट
जबलपुर में किडनी ट्रांसप्लांट का इलाज भारत सरकार की "आयुष्मान योजना" के तहत निशुल्क होगा. किडनी ट्रांसप्लांट के लिए निजी अस्पतालों में जहां 8 से 10 लाख रुपए का खर्च आता है. वहीं अगर मरीज आयुष्मान योजना के तहत किडनी ट्रांसप्लांट करवाएगा. तो उसे प्रदेश सरकार की तरफ से मिलने वाली 4 से 5 लाख रुपए की राशि ट्रांसफर की जाएगी.

मानव अंग तस्करी का गिरोह सक्रिय

किडनी बेचने खरीदने में देश और विदेश में माफिया सक्रिय रहते हैं, कई बार देखा गया है कि गरीब तबके के लोगों को रुपयों का लालच देकर उनसे माफिया किडनी खरीद लेते हैं और फिर मुंह मांगे दाम पर जरूरतमंद को बेच देते हैं. जानकारी के मुताबिक हाल ही में देश के पश्चिम बंगाल,केरल, तमिलनाडु में का भी है. जहां मानव अंग की तस्करी करने वाले सक्रिय हैं.

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देश में हर साल 2 लाख मरीज का होता है डायलिसिस

किडनी की बीमारी से ग्रसित मरीज को आयुष्मान कार्ड के तहत सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में ट्रांसप्लांट निशुल्क होगा. देश में लगभग 2 लाख मरीजों को हर साल डायलिसिस किया जाता है. आश्चर्य की बात तो यह है कि लगभग दो तिहाइ मरीज जिनको किडनी की बीमारी है उनको डायलिसिस की सुविधा तक नहीं मिल पाती है. ऐसे में अब जबलपुर में ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होने के बाद मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी.

किडनी की बीमारी से कैसे बचें ?

किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ नीरज जैन बताते हैं कि अगर व्यक्ति को किडनी जैसी बीमारी से बचना है, तो उसे यह 8 नियम जानना बहुत जरुरी है.

  • शुगर और बीपी का नियंत्रण
  • मोटापे का नियंत्रण
  • धूम्रपान से परहेज
  • दर्द निवारक दवाइयों से परहेज
  • उचित मात्रा में पानी का सेवन
  • संतुलित पोषण
  • नियमित व्यायाम
  • निश्चित अंतराल में किडनी की जांच
Last Updated : Aug 20, 2021, 2:15 PM IST
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