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एमपी में बदलापुर: नकुलनाथ पर एक्शन के बाद बीजेपी नेताओं की कुंडली खंगाल रही है कांग्रेस

कमलनाथ सरकार ने मध्य प्रदेश से बाहर के उन बीजेपी नेताओं के मध्य प्रदेश में निवेश की जानकारी इकट्ठा करना शुरू कर दिया है जो शिवराज सिंह के कार्यकाल के दौरान मध्यप्रदेश में किए गए थे.

नकुलनाथ पर एक्शन के बाद कांग्रेस के तीखे तेवर
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Published : May 31, 2019, 1:17 PM IST

Updated : May 31, 2019, 2:29 PM IST

भोपाल। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ की संस्था के लिए आवंटित जमीन का आवंटन रद्द कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. जवाब में कमलनाथ सरकार ने बीजेपी नेताओं की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी गई है. तत्कालीन शिवराज सिंह सरकार के समय में मध्यप्रदेश में बीजेपी के नेताओं द्वारा किए गए जमीन में निवेश की पड़ताल शुरू कर दी है.

नकुलनाथ पर एक्शन के बाद कांग्रेस के तीखे तेवर

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और एनडीए में शामिल अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल द्वारा किए गए निवेश की पड़ताल कांग्रेस सरकार शुरु कर दी है. शिवराज सरकार के समय मध्यप्रदेश की वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और पार्क के आसपास रिसॉर्ट बनाने के लिए जमीन में निवेश किया था. बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रही इस जंग में ई टेंडर घोटाले की कार्रवाई तो शुरू हो ही चुकी है और संघ और बीजेपी से जुड़े नेताओं पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. व्यापम मामले में भी नए सिरे से जांच पड़ताल शुरू हो चुकी है.

रीवा सांसद जनार्दन मिश्र के पते पर मध्यप्रदेश में निवेश करने के मामले में स्मृति ईरानी पहले ही सुर्खियों में आई थी और और उनकी जमीन खरीदने पर सवाल उठे थे. मीडिया में भी यह मुद्दा काफी छाया रहा था, लेकिन राज्य और केंद्र में बीजेपी की सरकार होने के कारण ठंडे बस्ते में चला गया था. खबर ये भी है कि शिवराज सिंह के कार्यकाल के दौरान एनडीए में शामिल अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने भी मध्य प्रदेश के कई दौरे किए थे और उन्होंने मध्यप्रदेश में निवेश किया था. कांग्रेसी सूत्रों की मानें तो इन नेताओं के अलावा मध्यप्रदेश के कई बीजेपी नेता और केंद्र के बीजेपी और एनडीए से जुड़े नेताओं ने बीजेपी सरकार का लाभ लेते हुए गलत तरीके से कई तरह कई जमीने हथियाई हैं. जिनकी जांच कमलनाथ सरकार ने शुरू कर दी है.

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि बीजेपी के राज में कई तरह की गड़बड़ियों की जांच इन दिनों कमलनाथ सरकार कर रही है. जिस में नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं. इन खुलासों में पता चला है कि शिवराज सिंह सरकार के समय में बीजेपी और बीजेपी से जुड़े लोगों ने एमपी में जमीन खरीदने में सरकारी स्तर पर लाभ लिया है.

भोपाल। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ की संस्था के लिए आवंटित जमीन का आवंटन रद्द कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. जवाब में कमलनाथ सरकार ने बीजेपी नेताओं की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी गई है. तत्कालीन शिवराज सिंह सरकार के समय में मध्यप्रदेश में बीजेपी के नेताओं द्वारा किए गए जमीन में निवेश की पड़ताल शुरू कर दी है.

नकुलनाथ पर एक्शन के बाद कांग्रेस के तीखे तेवर

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और एनडीए में शामिल अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल द्वारा किए गए निवेश की पड़ताल कांग्रेस सरकार शुरु कर दी है. शिवराज सरकार के समय मध्यप्रदेश की वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और पार्क के आसपास रिसॉर्ट बनाने के लिए जमीन में निवेश किया था. बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रही इस जंग में ई टेंडर घोटाले की कार्रवाई तो शुरू हो ही चुकी है और संघ और बीजेपी से जुड़े नेताओं पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. व्यापम मामले में भी नए सिरे से जांच पड़ताल शुरू हो चुकी है.

रीवा सांसद जनार्दन मिश्र के पते पर मध्यप्रदेश में निवेश करने के मामले में स्मृति ईरानी पहले ही सुर्खियों में आई थी और और उनकी जमीन खरीदने पर सवाल उठे थे. मीडिया में भी यह मुद्दा काफी छाया रहा था, लेकिन राज्य और केंद्र में बीजेपी की सरकार होने के कारण ठंडे बस्ते में चला गया था. खबर ये भी है कि शिवराज सिंह के कार्यकाल के दौरान एनडीए में शामिल अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने भी मध्य प्रदेश के कई दौरे किए थे और उन्होंने मध्यप्रदेश में निवेश किया था. कांग्रेसी सूत्रों की मानें तो इन नेताओं के अलावा मध्यप्रदेश के कई बीजेपी नेता और केंद्र के बीजेपी और एनडीए से जुड़े नेताओं ने बीजेपी सरकार का लाभ लेते हुए गलत तरीके से कई तरह कई जमीने हथियाई हैं. जिनकी जांच कमलनाथ सरकार ने शुरू कर दी है.

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि बीजेपी के राज में कई तरह की गड़बड़ियों की जांच इन दिनों कमलनाथ सरकार कर रही है. जिस में नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं. इन खुलासों में पता चला है कि शिवराज सिंह सरकार के समय में बीजेपी और बीजेपी से जुड़े लोगों ने एमपी में जमीन खरीदने में सरकारी स्तर पर लाभ लिया है.

Intro:भोपाल। इन दिनों देश की राजनीति में बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप के साथ सरकारी एजेंसियों के जरिए एक दूसरे को फंसाने का काम चल रहा है। केंद्र में बैठी एनडीए सरकार जहां इनकम टैक्स, सीबीआई जैसी संस्थाओं के जरिए राज्यों की गैर भाजपाई सरकारों को फंसाने का काम कर रही है। तो उसी तर्ज पर गैर भाजपाई राज्य सरकारें भाजपा नेताओं की कुंडली तलाश कर रही है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ की संस्था के लिए आवंटित जमीन का आवंटन रद्द कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। तो इसके जवाब में कमलनाथ सरकार ने शिवराज सिंह सरकार के समय पर मध्यप्रदेश में भाजपा के नेताओं द्वारा किए गए जमीन में निवेश की पड़ताल शुरू कर दी है। इसमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और एनडीए में शामिल अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल जैसे लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। दरअसल इन नेताओं ने शिवराज सरकार के समय बाद मध्य प्रदेश की वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और पार्क के आसपास रिसॉर्ट बनाने के लिए जमीन में निवेश किया था।


Body:बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रही इस जंग में ई टेंडर घोटाले की कार्रवाई तो शुरू हो ही चुकी है और संघ और बीजेपी से जुड़े नेताओं पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। वहीं व्यापम मामले में भी नए सिरे से जांच पड़ताल शुरू हो चुकी है। अब कमलनाथ सरकार ने मध्य प्रदेश से बाहर के उन बीजेपी नेताओं के मध्य प्रदेश में निवेश की जानकारी इकट्ठा करना शुरू कर दिया है।जो शिवराज सिंह के कार्यकाल के दौरान मध्यप्रदेश में किए गए थे। रीवा सांसद जनार्दन मिश्र के पते पर मध्यप्रदेश में निवेश करने के मामले म़े स्मृति ईरानी पहले ही सुर्खियों में आई थी और और उनकी जमीन खरीदने पर सवाल उठे थे। मीडिया में भी यह मुद्दा काफी छाया रहा था। लेकिन राज्य और केंद्र में बीजेपी की सरकार होने के कारण ठंडे बस्ते में चला गया था। वही खबर मिली है कि शिवराज सिंह के कार्यकाल के दौरान एनडीए में शामिल अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने भी मध्य प्रदेश के कई दौरे किए थे और उन्होंने मध्यप्रदेश में निवेश किया था। कांग्रेसी सूत्रों की माने तो इन नेताओं के अलावा मध्य प्रदेश के कई बीजेपी नेता और केंद्र के बीजेपी और एनडीए से जुड़े नेताओं ने भाजपा सरकार का लाभ लेते हुए गलत तरीके से कई तरह कई जमीने हथियाई हैं। जिनकी जांच कमलनाथ सरकार ने गुपचुप तरीके से शुरू कर दी है।


Conclusion:इस बारे में मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि भाजपा की राज कई तरह की गड़बड़ियों की जांच इन दिनों कमलनाथ सरकार कर रही हैं। जिस में नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। इन खुलासों में पता चला है कि शिवराज सिंह सरकार के समय में भाजपा और भाजपा से जुड़े लोगों और दलों के लोगों ने मध्यप्रदेश में जमीन खरीदने में सरकारी स्तर पर लाभ लिया है। कई लोगों ने सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए कई तरह के प्रस्ताव देकर मध्य प्रदेश की जमीन में निवेश किया और सरकार से कई तरह की छूट पाई हैं, सरकार इनकी जांच कर रही है। कि इन लोगों के मध्य प्रदेश में किए गए निवेश में क्या गड़बड़ी है। क्या पूरी तरह से कानूनी प्रक्रिया का पालन किया गया है या नहीं किया गया है और जिस प्रस्ताव के तहत इन नेताओं ने जमीनें खरीदी हैं और आवंटित कराई हैं। उसके तहत काम किया है कि नहीं किया है। कई तरह के खुलासे सामने आ रहे हैं, उसको लेकर बीजेपी के नेता विचलित है और टीवी और अन्य माध्यमों पर अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं।
Last Updated : May 31, 2019, 2:29 PM IST
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