भोपाल। मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार के गिरे हुए 100 दिन से अधिक बीत चुके हैं, जबकि शिवराज सरकार के बने 100 दिन हो गए हैं. जिसे कांग्रेस लोकतंत्र की हत्या मानकर काला दिवस मना रही है. पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अपना ट्विटर प्रोफाइल बदल कर विरोध जताया है. उन्होंने अपनी प्रोफाइल पिक्चर की जगह लोकतंत्र की हत्या के 100 दिन लिखी हुई डीपी लगा लिया है. उन्होंने आदिवासी युवती के अंतिम संस्कार की व्यवस्था नहीं होने पर शिवराज सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.
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सीधी ज़िले में एक आदिवासी परिवार की युवती की मृत्यु होने पर परिवार को माँगने पर ना शव वाहन मिला और ना अंतिम संस्कार के लिये आर्थिक मदद।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 30, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
पैसे नहीं होने पर , मजबूरी में परिवार ने शव को ठेले पर ले जाकर नदी में बहा दिया।
कहाँ गयी आपकी अंतिम संस्कार की योजना ?
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">सीधी ज़िले में एक आदिवासी परिवार की युवती की मृत्यु होने पर परिवार को माँगने पर ना शव वाहन मिला और ना अंतिम संस्कार के लिये आर्थिक मदद।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 30, 2020
पैसे नहीं होने पर , मजबूरी में परिवार ने शव को ठेले पर ले जाकर नदी में बहा दिया।
कहाँ गयी आपकी अंतिम संस्कार की योजना ?
2/3सीधी ज़िले में एक आदिवासी परिवार की युवती की मृत्यु होने पर परिवार को माँगने पर ना शव वाहन मिला और ना अंतिम संस्कार के लिये आर्थिक मदद।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 30, 2020
पैसे नहीं होने पर , मजबूरी में परिवार ने शव को ठेले पर ले जाकर नदी में बहा दिया।
कहाँ गयी आपकी अंतिम संस्कार की योजना ?
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सीधी जिले में आदिवासी युवती की मौत पर कमलनाथ ने सवाल खड़े किए हैं, उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह जब विपक्ष में थे तो गरीबों के अंतिम संस्कार को लेकर खूब दावे करते थे और कांग्रेस को खूब झूठा कोसते थे. आज आप सत्ता में हैं और सीधी जिले में एक आदिवासी परिवार की युवती की मौत पर न शव वाहन मिला और न अंतिम संस्कार के लिये आर्थिक मदद. मजबूरी में परिवार ने शव को ठेले पर ले जाकर नदी में बहा दिया.