ETV Bharat / state

तीन कृषि कानून को लेकर कमलनाथ ने फिर लिखा सीएम को पत्र - तीन कृषि कानून

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बार फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान को कृषि कानूनों को निरस्त करने को लेकर पत्र लिखा है. उन्होंने आगामी विधानसभा सत्र में शासकीय संकल्प पेश करने की मांग की है.

kamalnath
कमलनाथ
author img

By

Published : Jul 12, 2021, 5:16 PM IST

भोपाल। प्रदेश सरकार से बात नहीं होने पर अब कांग्रेस लगातार लिखित में पत्र लिखकर अपनी मांगें सरकार के समक्ष रख रही है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बार फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कृषि कानूनों को निरस्त कर शासकीय संकल्प आगामी विधानसभा सत्र में पेश करने की मांग की है.

kamalnath letter
कमलनाथ द्वारा सीएम को लिखा गया पत्र.

विधायक गोविंद सिंह के पत्र का किया उल्लेख
सीएम को लिखे पत्र में कमलनाथ ने कहा कि देश भर के किसानों के साथ ही मप्र के किसान और संगठन केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं. इस मुद्दे पर विधायक डा. गोविंद सिंह ने विधानसभा के आगामी सत्र में किसान कानूनों को निरस्त किए जाने के संबंध में विधानसभा में शासकीय संकल्प लाए जाने के लिए पत्र भी लिखा है.

K शब्द के कारण 30 महीने रुका प्रदेश का विकास, पहले कमलनाथ, फिर कोरोना: नरोत्तम मिश्रा

कमलनाथ ने कहा कि कृषि कानूनों के लागू होने से किसान पूरी तरह से बाजार के भरोसे हो जाएगा. उनकी कोई सुरक्षा नहीं रहेगी. इसके साथ ही सरकार से प्राप्त संरक्षण भी समाप्त हो जाएगा. कमलनाथ ने कहा कि किसानों के हित में प्रदेश के सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को संयुक्त रूप से खड़ा होकर कानूनों को निरस्त करने के लिए केंद्र सरकार को अनुशंसा करना चाहिए.

भोपाल। प्रदेश सरकार से बात नहीं होने पर अब कांग्रेस लगातार लिखित में पत्र लिखकर अपनी मांगें सरकार के समक्ष रख रही है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बार फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कृषि कानूनों को निरस्त कर शासकीय संकल्प आगामी विधानसभा सत्र में पेश करने की मांग की है.

kamalnath letter
कमलनाथ द्वारा सीएम को लिखा गया पत्र.

विधायक गोविंद सिंह के पत्र का किया उल्लेख
सीएम को लिखे पत्र में कमलनाथ ने कहा कि देश भर के किसानों के साथ ही मप्र के किसान और संगठन केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं. इस मुद्दे पर विधायक डा. गोविंद सिंह ने विधानसभा के आगामी सत्र में किसान कानूनों को निरस्त किए जाने के संबंध में विधानसभा में शासकीय संकल्प लाए जाने के लिए पत्र भी लिखा है.

K शब्द के कारण 30 महीने रुका प्रदेश का विकास, पहले कमलनाथ, फिर कोरोना: नरोत्तम मिश्रा

कमलनाथ ने कहा कि कृषि कानूनों के लागू होने से किसान पूरी तरह से बाजार के भरोसे हो जाएगा. उनकी कोई सुरक्षा नहीं रहेगी. इसके साथ ही सरकार से प्राप्त संरक्षण भी समाप्त हो जाएगा. कमलनाथ ने कहा कि किसानों के हित में प्रदेश के सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को संयुक्त रूप से खड़ा होकर कानूनों को निरस्त करने के लिए केंद्र सरकार को अनुशंसा करना चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.