भोपाल( पीटीआई भाषा) कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार को "उत्सव मोड" से बाहर आने और कम बारिश के कारण राज्य में मंडरा रहे भीषण सूखे की स्थिति को देखते हुए किसानों को राहत प्रदान करने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है. कमलनाथ का यह बयान चौहान द्वारा राज्य के लोगों से बारिश के लिए प्रार्थना करने का आग्रह करने के एक दिन बाद आया है, राज्य में अधिकांश जलाशय अभी तक नहीं भरे हैं.
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प्रदेश में इस बार भीषण सूखे की स्थिति बन रही है। प्रदेश के अधिकांश हिस्से में कम वर्षा हुई है। जलाशयों में पानी पूरी तरह से नहीं भर पाया है। फसलें सूख रही हैं। प्रदेश की अधिकांश किसान आबादी इससे सीधी प्रभावित हो रही है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि वह उत्सव मोड से बाहर आएं…
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— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 3, 2023प्रदेश में इस बार भीषण सूखे की स्थिति बन रही है। प्रदेश के अधिकांश हिस्से में कम वर्षा हुई है। जलाशयों में पानी पूरी तरह से नहीं भर पाया है। फसलें सूख रही हैं। प्रदेश की अधिकांश किसान आबादी इससे सीधी प्रभावित हो रही है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि वह उत्सव मोड से बाहर आएं…
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उत्सव मोड से बाहर आएं शिवराज: कमलनाथ ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' यानि ट्विटर पर लिखा, "प्रदेश में इस बार भीषण सूखे की स्थिति बन रही है. प्रदेश के अधिकांश हिस्से में कम वर्षा हुई है, जलाशयों में पानी पूरी तरह से नहीं भर पाया है, फसलें सूख रही हैं, प्रदेश की अधिकांश किसान आबादी इससे सीधी प्रभावित हो रही है. मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि वह उत्सव मोड से बाहर आएं और तत्काल सर्वेक्षण कार्य शुरू कर किसानों को राहत देने की व्यवस्था करें."
जनता को झूठे नहीं सच्चे वादों की जरूरत: कमलनाथ ने कहा, "कल मुख्यमंत्री का जो बयान आया, वह चुनौती का सामना करने से अधिक आपदा को अवसर में बदलने की चालबाजी जैसा प्रतीत हुआ. प्रदेश की जनता ने पूर्व में भी देखा है कि शिवराज सरकार आपदा को अपने हित में अवसर में बदल लेती है और जनता के लिए संत्रास पैदा करती है. जनता को झूठे वादों की नहीं, सच्चे इरादों की जरूरत है."
क्या कहा था सीएम ने: मुख्यमंत्री चौहान ने एक दिन पहले भोपाल में दीनदयाल रसोई योजना के तृतीय चरण की शुरूआत करते हुए सभी से प्रदेश में अच्छी वर्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना करने का आग्रह किया था. चौहान ने कहा था, "अभी तक की वर्षा से प्रदेश के बांध नहीं भरे हैं, बिजली की मांग बढ़ रही है, सभी व्यवस्थाएं ठीक करने की कोशिश की जा रही है. सभी कुछ ठीक चले, यह हम सब की जिम्मेदारी है."