भोपाल। इमरती देवी पर कमलनाथ की आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर शिवराज सिंह द्वारा सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र के जवाब में कमलनाथ ने शिवराज सिंह को पत्र लिखा है. पत्र में कमलनाथ ने कहा कि जिस तरह आप झूठ परोसते हैं और झूठी घोषणाएं करते हैं. उसी तरह इस पत्र में भी आपने झूठ को को बढ़ा-चढ़ाकर रेखांकित किया है. कमलनाथ ने कहा कि अच्छा होता कि आप अपनी पार्टी के अध्यक्ष को भी चिट्ठी लिखते और उन्हें बताते कि हमारी एक महिला प्रत्याशी को किस तरह केंद्रीय मंत्री ने 'रिजेक्टेड माल' कहा है और किस तरह से आप की सरकार के मंत्री ने हमारे प्रत्याशी की पत्नी को वह शब्द बोले हैं, जो कहना तो दूर कोई सुनना भी नहीं चाहता है.
शिवराज के झूठ से झूठ भी शर्मा जाए- कमलनाथ
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लिखे पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि 'आपके द्वारा सोनिया गांधी को लिखा गया एक पत्र मेरी जानकारी में आया है, जिस तरह आप अपनी चुनावी सभा में रोज झूठ परोसते हैं. झूठी घोषणाएं करते हैं, झूठे नारियल फोड़ते हैं. कितना झूठ बोलते हैं कि झूठ भी शर्मा जाता है. उसी प्रकार इस पत्र में भी आपने झूठ को बढ़-चढ़कर रेखांकित किया है. डबरा की सभा में मैंने अपने संबोधन में कोई असम्मानजनक टिप्पणी नहीं की, फिर भी आपने झूठ परोस दिया एवं जिस शब्द की ओर इंगित कर रहे हैं. उस शब्द के कई मायने हैं और कई तरह की व्याख्या है.'
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'शिवराज की सोच में खोट'
कमलनाथ ने लिखा कि सोच में खोट के अनुसार आप और आपकी पार्टी अपनी मनमर्जी की व्याख्या कर झूठ परोसने लगे और जनता को गुमराह करने की काम कर रहे हैं. प्रदेश की जनता इस सच्चाई को जानती है कि आप अपनी कुर्सी बचाने के लिए चुनाव को वास्तविक मुद्दों से भटका कर अनैतिक और पतित भावात्मक राजनीति की ओर ले जा रहे हैं. कमलनाथ ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि आज आप सोनिया गांधी को महिलाओं के सम्मान व सुरक्षा को लेकर पत्र लिख रहे हैं. 15 वर्ष की सरकार में मध्यप्रदेश बहन बेटियों से दुष्कर्म महिलाओं पर अत्याचार और महिला अपराधों में देश में शीर्ष पर रहा है और इस दौरान ऐसी घटनाओं पर आप अपने दायित्वों का निर्वहन ना करते हुए सालों तक मौन रहे हैं.
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बीजेपी हाथरस और तमाम मामले क्यो नहीं उठाती- कमलनाथ
कमलनाथ ने शिवराज से कहा कि आपको यह भी अवगत कराना चाहता हूं कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा सर्वोपरि है, चाहे वह किसी जाति अथवा धर्म की महिला हो. यदि आप सच-मुच में महिला और दलित सम्मान को लेकर द्रवित होते तो हाथरस की घटना, स्वामी चिन्मयानंद की घटना, भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के द्वारा कारित घटनाओं और रीवा जेल में महिला बंदी पर घटित घटनाओं पर मौन और उपवास अवश्य रखते. परंतु अपने पत्र में महिला की जाति का उल्लेख कर अपनी अनैतिक राजनीति की मानसिकता को स्पष्ट प्रदर्शित किया है.
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बीजेपी नेता करते हैं विवादित टिप्पणी
कमलनाथ ने अपने पत्र में कहा कि उन्होंने 40 वर्ष के सार्वजनिक जीवन में सदैव महिलाओं का सम्मान किया है और सदैव महिलाओं का सम्मान करेंगे. परंतु महिलाओं के सम्मान का दिखावा कर कुत्सित राजनीति का प्रचार नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई अशोभनीय टिप्पणी नहीं की है. जब कि आपकी भाजपा नेता कई नेता महिलाओं पर अशोभनीय टिप्पणी के आदी है और इसके कई उदाहरण मौजूद हैं.