भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एशियाटिक लॉयन को गिर नेशनल पार्क गुजरात से कूनो नेशनल पार्क मध्य प्रदेश भेजने का आग्रह किया है. कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है कि प्रधानमंत्री केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय और गुजरात सरकार को बब्बर शेर को शीघ्र मध्यप्रदेश भेजने के लिए कहें.
मध्यप्रदेश के वन्य प्राणी विशेषज्ञों का कहना है कि इस सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट 2013 में ही निर्णय दे चुका है, लेकिन करीब 6 साल बीतने के बाद भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अमल नहीं किया गया है. इस तरह की चिट्ठी लिखने से कोई फायदा नहीं होगा. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री को लिखी अपनी चिट्ठी में कहा है कि एशियाटिक लॉयन ( बब्बर शेर) को कूनो नेशनल पार्क स्थानांतरित करने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान और विशेषज्ञों की समिति की सिफारिशों को प्रदेश सरकार ने लागू कर दिया है.
इस मामले में मध्यप्रदेश के वन्य जीव संरक्षण के लिए कार्य करने वाली संस्था प्रयत्न के संयोजक अजय दुबे का कहना है कि प्रधानमंत्री खुद गुजरात से हैं और सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद पिछले 5 साल में उन्होंने कोई गंभीर प्रयास नहीं किया है कि उनके ऊपर भरोसा किया जाए कि वह शेर को मध्य प्रदेश भेजेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल 2013 में निर्णय दिया था कि एशियाटिक लॉयन गिर से मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में आना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसका पालन सुप्रीम कोर्ट भी करा सकती है.