भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आर्टिकल 30 के प्रावधान को हटाने की मांग की है, उनके इस बयान पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. विजयवर्गीय के बयान पर भोपाल मध्य से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा 'इनको इस समय पर मजदूरों के पैरों में पड़े छाले नहीं दिख रहे हैं. गरीबों को राशन नहीं मिल रहा है, वह भी नहीं दिख रहा है. ये सिर्फ नफरत फैलाने के काम में लगे हुए हैं. पहले दिन से संविधान को मिटाने का काम कर रहे हैं, लेकिन हम अंबेडकरवादी लोग इसका पुरजोर विरोध करेंगे.'
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा है कि जो हिंदुस्तान का संविधान बाबासाहेब आंबेडकर ने बनाया था और सभी लोगों ने मंजूरी दी थी, यह लोग उसको दिन-ब-दिन तोड़ने का काम कर रहे हैं, ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है. यह पहले दिन से ही बाबासाहेब और उनके संविधान से नफरत कर रहे हैं. इनको आर्टिकल 30 की फिक्र है, लेकिन इस बात की फिक्र नहीं हुई कि मजदूरों के पैर सड़क पर चलते-चलते फट गए हैं, उन्हें घर जाने के लिए वाहन मुहैया करा नहीं करा सके. जो भूखे से मर गए, उनको राशन नहीं पहुंचा.
सरकार पर निशाना साधते हुए विधायक ने कहा कि गरीबों को राशन देने की योजना और इनकी सरकार ने बड़े-बड़े पैकेज देने के सपने संजोए थे, वह पूरे नहीं कर पाए. विजयवर्गीय को लेकर विधायक ने कहा 'खुद कैलाश विजयवर्गीय अपने आप को देखें कि जब लॉकडाउन शुरू हुआ था, तो उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह अपनी दुकान के अंदर सामान बेचते हुए दिखाई दे रहे थे, इनका काम जनता और जनता की परेशानी से नहीं नफरत फैलाने से है. देश संविधान से चलेगा, अगर यह उसको तोड़ने की कोशिश करेंगे, तो हम अंबेडकरवादी लोग डटकर मुकाबला करेंगे.'