भोपाल। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब विभागों के बंटवारे का फैसला भी केंद्रीय नेतृत्व को ही तय करना है. सिधिंया बड़े विभागों को अपने खेमे के मंत्रियों को दिलाने पर अड़ गए हैं. ज्यादा झगड़ा नगरीय विकास, पीडब्ल्यूडी, राजस्व, स्वास्थ्य, परिवहन, जल संसाधन, पीएचई, वाणिज्यिक कर, आबकारी, स्कूल शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग को लेकर चल रहा है.
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Had detailed discussion with Party leader @JM_Scindia ji on forthcoming by elections while reviewing the overall political situation in Madhya Pradesh, when he visited our home today! pic.twitter.com/c5ESU5OYI0
— Dr. VINAY Sahasrabuddhe (@vinay1011) July 6, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Dr. VINAY Sahasrabuddhe (@vinay1011) July 6, 2020
ऐसे में विभागों के बंटवारे का फैसला केंद्रीय नेतृत्व को ही करना है. इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया देर रात प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे से मिलने उनके निवास पर पहुंचे. माना जा रहा है कि सहस्त्रबुद्धे ने कुछ विभागों को लेकर सिंधिया से बात की है. सहमति बनती है तो मंगलवार को पोर्टफोलियो की घोषणा कर दी जाएगी.