भोपाल। नीट की पीजी काउंसलिंग कराने की मांग को लेकर पूरे देश में जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं, मध्यप्रदेश में भी जूनियर डॉक्टर्स सुबह 10:00 बजे से दोपहर 02.00 बजे तक ओपीडी में काम बंद कर देशव्यापी हड़ताल का (Junior doctors strike in Madhya Pradesh) समर्थन कर रहे हैं, जिसके तहत गांधी मेडिकल कॉलेज में भी दूसरे दिन छात्रों ने एडमिन ब्लॉक के बाहर नारेबाजी कर अपनी आवाज बुलंद की. जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि पीजी काउंसलिंग (Junior doctors strike over delay in NEET PG counseling) नहीं होने से नए छात्र नहीं आ पा रहे हैं, जिसके कारण उन पर काम का दबाव बढ़ गया है और स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्रभावित हो रही हैं.
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PG काउंसलिंग में देरी से जूनियर डॉक्टर्स खफा
एक ओर देश भर में कोविड की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है, लगातार बाहर के मरीज भी मिल रहे हैं. उस पर देश भर में पीजी स्टूडेंट्स और जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. नीट काउंसलिंग की मांग को लेकर ये सभी आंदोलनरत हैं. नीट पीजी की काउंसलिंग में हो रहे विलंब की वजह से पीजी छात्रों की पिछले 6 महीने से किल्लत है, जिसकी वजह से मौजूदा जूनियर डॉक्टर्स पर अत्याधिक कार्यभार बढ़ गया है, इसकी वजह से पूरे देश में जूनियर डॉक्टर्स को दोगुना काम करना पड़ रहा है, जिसका न सिर्फ उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है, बल्कि मरीजों को भी बराबर इलाज नहीं मिल पा रहा है.
हड़ताल से प्रभावित नहीं होंगी इमरजेंसी सेवाएं
जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल की वजह से पूरे देश एवं प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स की संस्था हड़ताल पर है, मध्यप्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स ने भी रूटीन सर्विसेस (ओपीडी एवं ओटी) में बंद कर दिया है, भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के साथ ही सभी मेडिकल कॉलेजों में सुबह 10. 00 बजे से दोपहर 02.00 बजे तक ओपीडी में डॉक्टर्स ने काम बंद कर दिया है, इसकी शुरुआत सुबह से हो गई है, वहीं डॉक्टर्स का कहना है कि मरीजों की सुविधा के लिए इमरजेंसी सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी.